Ambedkar Nagar News: जिले की पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। एक संगठित बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए Ambedkar Nagar पुलिस ने गैंग के मुख्य सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें एक पिता, उसके दो बेटे और एक कबाड़ी शामिल हैं। इस गैंग ने जिले और आसपास के क्षेत्रों से मोटरसाइकिलों की चोरी कर उन्हें बेचने या कबाड़ में काटने का नेटवर्क खड़ा कर रखा था। पुलिस ने इस गिरोह के पास से 50 से अधिक चोरी की बाइक बरामद की हैं। गैंग का ठिकाना वाजिदपुर स्थित कांशीराम कॉलोनी में था। मामले में आगे की जांच जारी है और अन्य आरोपियों की तलाश भी की जा रही है।
पिता-पुत्र चलाते थे गैंग, कबाड़ी करता था पार्ट्स की बिक्री
Ambedkar Nagar एसपी के मुताबिक, यह गैंग योजनाबद्ध ढंग से बाइक चोरी की वारदातों को अंजाम देता था। गैंग के दो युवक अपने दोस्तों के साथ बाइकें चुराते थे और फिर उन्हें अपने पिता को सौंपते थे। पिता इन बाइकों को ग्रामीण क्षेत्रों में कम दामों पर बेचता था, जहां अधिकांश ग्राहक बिना कागजात के वाहन खरीदने को तैयार रहते थे। वहीं जो बाइकें खराब या ज्यादा पुरानी होती थीं, उन्हें एक कबाड़ी को बेच दिया जाता था। कबाड़ी उन्हें काटकर उनके पार्ट्स अलग-अलग बाजारों में खपाता था। पुलिस ने कबाड़ी को भी गिरफ्तार कर लिया है।
वाजिदपुर कॉलोनी से हुईं बाइकें बरामद
गैंग चोरी की बाइकें वाजिदपुर स्थित कांशीराम कॉलोनी में छिपाकर रखता था। यहीं से पुलिस ने छापेमारी कर करीब 50 बाइकें बरामद की हैं। यह कार्रवाई जिले में बाइक चोरी के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई। पुलिस ने खुलासा किया है कि यह गैंग लंबे समय से सक्रिय था और कई थाना क्षेत्रों में वारदातें कर चुका था।
पुलिस की अपील: बिना कागज के वाहन न खरीदें
एसपी ने जनता से अपील करते हुए कहा है कि वे बिना वैध कागजात के कोई भी वाहन न खरीदें। सस्ते दामों के चक्कर में चोरी की बाइकें खरीदना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि इससे चोरी को बढ़ावा भी मिलता है। उन्होंने कहा कि वाहन खरीदते समय उसका रजिस्ट्रेशन, इंश्योरेंस और बिल की जांच जरूर करें।
आगे भी जारी रहेगा अभियान
Ambedkar Nagar पुलिस का कहना है कि बाइक चोरी के खिलाफ यह सिर्फ शुरुआत है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी संदिग्ध बाइक या बाइक चोर गिरोह की जानकारी हो तो तुरंत थाने में सूचना दें। इस कार्रवाई को जिले में चोरी पर लगाम लगाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।