Kawar Yatra : सावन का पावन महीना और शिवभक्ति का उत्साह—हरिद्वार से लेकर गांव तक श्रद्धा की एक अनुपम छवि देखने को मिली। उत्तर प्रदेश के शामली ज़िले के कैराना क्षेत्र के झारखेड़ी गांव से जुड़े कांवड़ियों का एक जत्था 1100 लीटर पवित्र गंगाजल लेकर हरिद्वार से शिवरात्रि पर जलाभिषेक हेतु निकला। इस जत्थे की खास बात यह रही कि उन्होंने यह यात्रा अपनी बहन की सीमा सुरक्षा बल (BSF) में नौकरी लगने की खुशी में की। यह उनके लिए केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं थी, बल्कि एक भावनात्मक और गर्व से भरा संकल्प भी था।
जत्थे में शामिल लगभग 20 कांवड़ियों ने मिलकर यह विशाल गंगाजल उठाया और शिव चौक, शामली में पहुंचते ही “बम भोले” और “हर हर महादेव” के जयघोष से माहौल गूंज उठा। स्थानीय लोगों ने पारंपरिक अंदाज़ में फूलों की वर्षा और मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धापूर्वक उनका स्वागत किया।
बहन के सम्मान में लिया निर्णय
यह जत्था पहले भी एक बार 551 लीटर गंगाजल लेकर भोलेनाथ का अभिषेक कर चुका है, लेकिन इस बार बहन की सफलता के सम्मान में जल की मात्रा दोगुनी कर दी गई। बहन अपनी 6 महीने की ट्रेनिंग पूरी कर पहली बार गांव लौटेगी, जहां पूरे गांव के समक्ष उसे गंगाजल से स्नान कराया जाएगा।
आस्था और परिवार के गौरव का उत्सव
कांवड़ियों ने बताया कि यह यात्रा सिर्फ भक्ति का प्रतीक नहीं, बल्कि आस्था और परिवार के गौरव का उत्सव है। जत्थे के एक सदस्य विजय कुमार ने भावुक होकर कहा, “भगवान भोलेनाथ हर भक्त की मन्नत पूरी करते हैं। हमारी बहन की नौकरी लगना उसी का प्रमाण है, इसलिए हमने यह सेवा अर्पित की है।”
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महाशिवरात्रि के दिन गांव में विशेष पूजा और जलाभिषेक का आयोजन होगा, जिसमें पूरे गांववासी भाग लेंगे। यह सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि गांव के लिए गर्व और एकता का प्रतीक बन गया है। बहन की सफलता को भोलेनाथ को समर्पित करना, इस जत्थे की भक्ति और पारिवारिक मूल्यों की एक प्रेरणादायक मिसाल है।