Fatigue Increases During Monsoon: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास अपनी सेहत का ध्यान रखने का वक्त बहुत कम रह गया है। ऊपर से खराब खानपान और गलत आदतों की वजह से शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी देखने को मिल रही है। ऐसे में शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए विटामिन और मिनरल्स का संतुलन बहुत जरूरी हो जाता है। विटामिन D, जिसे “सनशाइन विटामिन” भी कहा जाता है, हमारे शरीर के लिए बेहद अहम है। इसकी सबसे बड़ी प्राकृतिक स्रोत सूरज की रोशनी है। लेकिन जब मानसून आता है, तो मौसम में नमी और ठंडक तो आती है, मगर सूरज की रोशनी कम हो जाती है। यही वजह है कि इस मौसम में कई बार हमें थकान, आलस्य और मन में उदासी जैसी समस्याएं सताने लगती हैं।
अच्छी नींद के बाद भी थकान क्यों?
कई लोग शिकायत करते हैं कि पूरी नींद लेने के बाद भी दिनभर थकावट महसूस होती है या बार-बार उबासी आती है। कुछ लोगों को बदन में दर्द, मूड खराब रहना या काम में मन न लगने जैसी समस्याएं भी होती हैं। आमतौर पर हम इसे “मौसम का असर” समझकर अनदेखा कर देते हैं, लेकिन असल में यह विटामिन D की कमी के संकेत हो सकते हैं।
शरीर में विटामिन D की क्या भूमिका है?
विटामिन D हमारी हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा यह मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने, इम्युनिटी मजबूत करने और मानसिक सेहत को ठीक रखने में भी बहुत अहम होता है। बाकी विटामिन्स की तरह इसे केवल भोजन से ही नहीं, बल्कि सूरज की किरणों से भी पाया जाता है। मानसून के दौरान जब सूरज की रोशनी मिलना मुश्किल हो जाता है, तो शरीर में इसकी कमी होने लगती है। यही वजह है कि कई लोगों को इस मौसम में बार-बार थकान, सिरदर्द या चिड़चिड़ापन महसूस होता है।
क्या करें इस कमी को पूरा करने के लिए?
सुबह हल्की धूप में कुछ समय जरूर बिताएं।
विटामिन D युक्त चीजें जैसे अंडा, दूध, मशरूम और मछली का सेवन करें।
जरूरत हो, तो डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट्स भी लिए जा सकते हैं।
नियमित रूप से हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें, जिससे शरीर एक्टिव बना रहे।
डिस्क्लेमर:यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। न्यूज1इंडिया इसकी सटीकता की जिम्मेदारी नहीं लेता।किसी भी सेहत से जुड़ी समस्या के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें।