Relation Between Blood Group and Brain Sharpness: हम अक्सर किसी की पर्सनैलिटी देखकर उसकी समझदारी का अंदाज़ा लगाते हैं, लेकिन एक रिसर्च बताती है कि इंसान के ब्लड ग्रुप का भी उसकी सोचने-समझने की ताकत से गहरा संबंध हो सकता है। हर कोई चाहता है कि उसका दिमाग तेज हो और वो दूसरों से एक कदम आगे सोचे। आमतौर पर हम किसी की बातें, उसका व्यवहार या पर्सनैलिटी देखकर अंदाज़ा लगाते हैं कि वह कितना स्मार्ट है। लेकिन कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च कुछ और ही कहती है। इस स्टडी के मुताबिक, इंसान का ब्लड ग्रुप उसकी मानसिक क्षमता और समझदारी को भी प्रभावित कर सकता है। यानी आपका ब्लड ग्रुप ये संकेत दे सकता है कि आप कितने तेज दिमाग के मालिक हैं।
इन ब्लड ग्रुप वालों का दिमाग होता है सबसे तेज
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी द्वारा की गई एक स्टडी में 69 लोगों पर शोध किया गया। इसके नतीजे चौंकाने वाले थे। रिसर्च में पाया गया कि B+ और O+ ब्लड ग्रुप वाले लोगों का दिमाग दूसरों के मुकाबले ज्यादा तेज होता है। इन लोगों की सोचने-समझने की क्षमता काफी बेहतर होती है। ये ना सिर्फ चीजों को जल्दी समझ लेते हैं, बल्कि किसी भी समस्या का हल भी जल्दी निकाल लेते हैं।
B+ ब्लड ग्रुप वालों की विशेषताएं
रिसर्च बताती है कि B+ ब्लड ग्रुप वाले लोगों के ब्रेन के पेरिटोनियल और टेम्पोरल हिस्से ज्यादा एक्टिव होते हैं। इस वजह से इनकी याददाश्त तेज होती है और ये ध्यान केंद्रित करने में माहिर होते हैं। इन्हें नई-नई चीजें सीखने में दिलचस्पी होती है और ये हर काम को पूरे फोकस के साथ करना पसंद करते हैं। ये बड़ी से बड़ी चुनौतियों को भी आराम से संभाल लेते हैं।
O+ ब्लड ग्रुप वालों में क्या खास होता है?
O+ ब्लड ग्रुप के लोगों का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इसी वजह से इनके दिमाग में ऑक्सीजन की सप्लाई भी अच्छी रहती है, जो दिमागी कामों के लिए बेहद जरूरी है।इनकी डिसीजन मेकिंग पावर और प्रोब्लम सॉल्विंग स्किल भी काफी बेहतर होती है। ये लोग काम को जल्दी और सही तरीके से पूरा करने में भरोसा रखते हैं।
दूसरे ब्लड ग्रुप वाले भी हो सकते हैं समझदार
हालांकि इस रिसर्च में B+ और O+ ब्लड ग्रुप को ज्यादा स्मार्ट बताया गया है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि बाकी ब्लड ग्रुप वाले लोग कम समझदार होते हैं।
इंटेलिजेंस कई चीज़ों पर निर्भर करती है, जैसे आपकी परवरिश, शिक्षा, अनुभव और सोचने का तरीका। सिर्फ ब्लड ग्रुप से किसी की मानसिक क्षमता का पूरी तरह से आंकलन नहीं किया जा सकता।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और रिसर्च पर आधारित है। News1India इसकी सटीकता की जिम्मेदारी नहीं लेता। किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना उचित होगा।