लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के बरेली में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां के बहेड़ी क्षेत्र में एक महिला ने पुलिस में जाकर शिकायत दर्ज करवाई थी। महिला का आरोप था कि उसका जबरन धर्मांतरण करवाने के साथ ही गौमांस खिलाया गया। शराब पिलाकर दुष्कर्म किया और फिर देह व्यापार में धकेले दिया गया। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की तो जो सच सामने आया, उसे जानकर वर्दीधारियों के पैरों के तले से जमीन खिसक गई। जांच में पता चला कि महिला खुद ही एक गिरोह का हिस्सा थी, जो बुजुर्ग और विधुर पुरुषों को शादी के नाम पर फंसा कर ठगी करता था और देह व्यापार में लिप्त था।
बहेड़ी थाने में चंद्रा कुमारी नाम का महिला 23 जुलाई को पहुंची। महिला ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बख्तावर नाम के युवक और उसके साथियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने शादी का झांसा देकर बलात्कार किया, मारपीट की, जबरन गौमांस खिलाया, गर्भपात कराया और देह व्यापार में धकेल दिया। इंद्रा कुमारी की तहरीर पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। जब पुलिस ने गहराई से जांच की तो पूरा मामला ही पलट गया। चंदा खुद एक गिरोह की सदस्य निकली, जो विधुर या दूसरी शादी की इच्छा रखने वाले पुरुषों को फंसाती थी। वह कुछ दिन उनके साथ रहकर शादी का झांसा देती और फिर गहने-नकदी लेकर फरार हो जाती थी।
पुलिस की जांच में सामने आया कि जिस शख्य बख्तावर के नाम चंद्रा कुमार ने केस दर्ज करवाया था, वह भी गैंग का हिस्सा था। पुलिस ने बख्तावर, ताहिर, गुड्डू उर्फ शरीफ और राजवीर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चंदा और उसकी सहयोगी पिंकी फरार हैं। इनके पास से फर्जी शादी के दस्तावेज, शपथ पत्र और लिव-इन संबंधों के फर्जी एफिडेविट मिले हैं। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी दी है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि चंदा की शादी आठ साल पहले विकास यादव से हुई थी और उसकी एक पांच साल की बेटी भी है। दो साल से वह अपने पति से अलग रह रही थी और एक साल पहले रुद्रपुर आ गई थी।
रुद्रपुर में चंद्रा पिंकी नाम की महिला के संपर्क में आई और फिर गैंग का हिस्सा बन गई। गिरोह खासतौर पर उन पुरुषों को निशाना बनाता था, जिनकी पत्नी की मौत हो चुकी हो या जो दूसरी शादी करना चाहते हों। चंदा को उनसे मिलवाकर शादी का नाटक किया जाता और फिर वह घर से कीमती सामान लेकर गायब हो जाती थी। पिंकी नाम की महिला इस पूरे गिरोह की मास्टरमाइंड बताई जा रही है। वह पीड़ितों को धमकी देती थी कि चंदा लापता है और उसके खिलाफ केस दर्ज करा देगी, जिससे डर के मारे पीड़ित चुप रह जाते थे। गिरोह में कई अन्य महिलाएं भी शामिल हैं, जो इसी तरह ठगी और देह व्यापार करती थीं।
पुलिस को जांच में कई फर्जी दस्तावेज मिले हैं, जो शादी और पहचान के लिए इस्तेमाल किए जाते थे। ये गिरोह बहुत ही संगठित ढंग से काम करता था और पुलिस को शक है कि इनके और भी साथी हो सकते हैं। सीओ बहेड़ी अरुण कुमार ने बताया कि यह गिरोह योजनाबद्ध तरीके से बुजुर्ग पुरुषों को फंसाकर ठगी करता था। महिलाओं के जरिए शादी का झांसा दिया जाता, फिर संपत्ति और पैसे लूटकर फरार हो जाते थे। पुलिस गिरोह से जुड़े सभी लोगों की जांच कर रही है और जल्द और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। चंद्रा कुमारी ने बदायूं के रहने प्रेमपाल को प्रेम के जाल में फंसाया और शादी की। कुछ दिन बाद 60 हजार रुपए व जेवर लेकर भाग गई। चंद्रा ने राजस्थान के मित्रपाल के साथ भी यही खेल किया।
चंद्रा ने अपना नाम बदला। कविता नाम से फंसाकर लिव-इन एफिडेविट बनवाया और 1.50 लाख रुपए ठग लिए। प्रेमपाल के अलावा राजस्थान के उग्रसेन से शादी का झांसा देकर 1.50 लाख रुपए ठगे और फरार हो गई। पुलिस की जांच में सामने आया है कि चंद्रा कुमारी ने करीब 25 से ज्यादा बुजुर्गो को अपने प्यार के जाल में फंसाया। उनकी प्रेमिका बनकर रही। कईयों से शादी भी की। सभी को चंद्रा कुमारी ने ठगा। कुछ ने बदनामी के डर से पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करवाई तो कुछ ऐसे भी हैं, जिन्हों चंद्रा के गैंग के लोगों ने धमका कर मुंह बंद करवा दिया। पुलिस अब पूरे गिरोह को सलाखों के पीछे भेजने के लिए ऑपरेशन चलाए हुए है।