UP Police Recruitment: रक्षाबंधन से पहले उत्तर प्रदेश की बेटियों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इशारा किया है कि यूपी पुलिस में महिलाओं को मिलने वाला आरक्षण जल्द ही बढ़ाया जा सकता है। वर्तमान में महिलाओं को 20 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री ने इसे अपर्याप्त बताते हुए इसमें वृद्धि की संभावना जताई है। इसके साथ ही अग्निवीरों को भी यूपी पुलिस भर्ती में 20 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की गई है। सीएम योगी ने साफ किया कि प्रदेश में पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित की गई है और किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वालों को पीढ़ियों तक जवाब देना होगा।
भर्ती में पारदर्शिता और बेटियों को प्राथमिकता
रविवार को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस दूरसंचार विभाग के लिए चयनित 1,374 सहायक परिचालकों और 120 कार्यशाला कर्मचारियों को नियुक्ति-पत्र वितरित किए। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि भविष्य में पुलिस बल में महिलाओं को 20% से अधिक आरक्षण दिया जा सकता है, जिससे बालिकाओं को पुलिस सेवा में और अधिक अवसर मिल सकें। उन्होंने कहा कि जब महिलाओं की सुरक्षा मजबूत होती है, तो राज्य में निवेश और रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं। सरकार का लक्ष्य है कि यूपी पुलिस में न्यूनतम 20% बालिकाएं हों।
अग्निवीरों को भी मिलेगा विशेष अवसर
सीएम योगी ने अपने भाषण में स्पष्ट किया कि ‘अग्निवीर’ योजना से सेवानिवृत्त होने वाले सैनिकों को भी UP Police में 20 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार इस पर पहले ही निर्णय ले चुकी है और जल्द ही इसे अमल में लाया जाएगा। इसके माध्यम से सैन्य सेवा का अनुभव राज्य पुलिस बल में भी लाभदायक साबित होगा। उन्होंने दोहराया कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी रहेगी।
पूर्ववर्ती सरकारों पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री योगी ने 2017 से पहले की सरकारों पर हमला करते हुए कहा कि तब की UP Police भर्ती प्रक्रियाएं पारदर्शी नहीं थीं। भेदभाव, लेन-देन और राजनीतिक स्वार्थ के चलते युवाओं का नुकसान हुआ था। लेकिन अब सरकार ने 2,17,500 से अधिक पुलिस कार्मिकों की निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया पूरी की है। उन्होंने चेतावनी दी कि अब अगर कोई भर्ती में सेंधमारी करेगा, तो उसकी सात पीढ़ियों को जवाब देना होगा। आज यूपी पुलिस देश की सबसे बड़ी और अनुशासित पुलिस बलों में से एक बन चुकी है।