Sultanpur farmer installment: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता को लेकर उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले में बड़ा झटका सामने आया है। जिले के 17 हजार किसानों की 20वीं किस्त रोक दी गई है, जिन्हें अपात्र की श्रेणी में डाल दिया गया है। आधार से जुड़े डेटा को संदिग्ध मानते हुए ये कार्रवाई की गई है, जिससे किसानों में भारी आक्रोश है। पहले से ही योजना से जुड़े चार हजार किसान डुप्लीकेट एंट्री की वजह से कई सालों से अधर में हैं, अब 17 हजार नए किसान भी परेशानी में आ गए हैं। कृषि विभाग के पास भी स्पष्ट जवाब नहीं है और वेबसाइट बंद होने के कारण नए आवेदन भी रुके हुए हैं।
किस्त रोकी गई, अपात्र घोषित हुए हजारों किसान
Sultanpur जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त के लिए पात्र माने गए किसानों की सूची में बड़ा फेरबदल हुआ है। जिले में कुल 4.52 लाख किसानों ने योजना के लिए आवेदन किया था, जिनमें से 19वीं किस्त तक सभी को लाभ मिलता रहा। लेकिन अब केवल 4,35,045 किसानों को ही 20वीं किस्त जारी की गई है। शेष 17 हजार किसानों को ‘अपात्र’ मानते हुए सूची से बाहर कर दिया गया है। सरकार की तरफ से इन किसानों को मैसेज भेजकर कृषि विभाग से संपर्क करने को कहा गया है, लेकिन विभाग को भी स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं।
वर्ष 2019 से पंजीकरण, फिर भी असमंजस
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का पंजीकरण सुलतानपुर में वर्ष 2019 में शुरू हुआ था। तब से कई बार दस्तावेज़ों का सत्यापन किया गया, जिसमें आधार और खतौनी की जांच प्रमुख रही। बावजूद इसके, दो अगस्त को जारी हुई 20वीं किस्त में बड़ी संख्या में किसानों को सूची से बाहर कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार, मई 2024 के बाद पंजीकृत कुछ किसानों का ही डाटा किस्त के लिए भेजा गया, जिससे पूर्व में पंजीकृत पात्र किसानों के साथ अन्याय हुआ है।
तीन साल से परेशान हैं चार हजार किसान
Sultanpur जिले के करीब चार हजार किसान ऐसे भी हैं जिनका डाटा तकनीकी गड़बड़ी के चलते दो बार फीड हो गया है। इस वजह से उनके खाते पर भी किस्तें अटक गईं हैं। ये किसान बीते तीन वर्षों से लगातार कृषि विभाग के चक्कर काट रहे हैं। विभाग ने कई बार शासन को पत्र लिखकर पोर्टल में सुधार की मांग की है, लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है। डीडी कृषि कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि किसानों को मोबाइल पर मैसेज आया है, लेकिन स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है।
वेबसाइट बंद, नए आवेदन भी रुके
एक ओर पुराने किसानों की किस्तें रुकी हैं, तो दूसरी ओर नए किसानों के लिए भी आवेदन का रास्ता बंद है। पिछले एक महीने से पीएम किसान योजना की वेबसाइट बंद है, जिससे नए आवेदन नहीं हो पा रहे हैं और पुराने आवेदन की स्थिति की जानकारी भी नहीं मिल रही। डीडी कृषि रामाश्रय यादव ने बताया कि वेबसाइट दोबारा शुरू होते ही नए आवेदन लिए जाएंगे और शासन से कारण स्पष्ट होते ही 20वीं किस्त न पाने वाले किसानों को स्थिति की जानकारी दी जाएगी।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए संजीवनी मानी जाती है, लेकिन तकनीकी गड़बड़ियों और प्रशासनिक लापरवाही के चलते हजारों किसान अपने हक से वंचित हो रहे हैं। सुलतानपुर जिले की स्थिति केंद्र और राज्य सरकार के लिए एक चेतावनी है कि योजनाएं कागज़ों पर नहीं, ज़मीन पर सही तरीके से लागू हों।