Monday, November 10, 2025
  • Login
News1India
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य ▼
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल
🔍
Home Latest News

किश्तवाड़ के बाद अब कठुआ में कुदरत का बवंडर, कौन है ‘वो’ जिसके कारण पहाड़ों पर फट रहे बादल

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के बाद जम्मू.-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से तबाही मची है, तस्वीरें और वीडियो डराने वाले हैं, मौसम वैज्ञानिकों ने बताई वजह।

Vinod by Vinod
August 18, 2025
in Latest News, मौसम, राष्ट्रीय
493
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। बेमौसम बारिश और सूखा जैसे हालात पिछले डेढ़ दशक से इंसान से लेकर बेजुबानों को उठाने पड़ रहे हैं। अब प्रकृति की मार पहाड़ों में भी देखने को मिली रही है। हाल के दिनों में हिमालयी क्षेत्रों में बादल फटने की घटनाओं में जबरदस्त इजाफा हुआ है। कुदरत के बवंडर ने इन इलाकों में भयंकर तबाही मचाई हुई है। उत्तराखंड के धराली से लेकर हिमाचल के मंडी और जम्मू-कश्मीर के कठुआ-किश्तवाड़ में आमलोग प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे हैं। ऐसे में हम आपको बताते हैं कि क्यों कुदरत कहर ढा रहा है और किस वजह से पहाड़ों पर बादल फट रहे हैं।

क्या है बादल फटने की कहानी

मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि एक घंटे में 10 सेंटीमीटर या उससे ज़्यादा बारिश किसी एक बहुत छोटी जगह पर होने की स्थिति को बादल फटना कहा जाता है। यह पहाड़ों पर ज़्यादा होता है। क्योंकि पहाड़ बादलों को ऊपर धकेलते हैं, जिससे वे तेज़ी से ठंडे होते हैं और पानी की बूंदें बहुत बड़ी हो जाती हैं और वही एक साथ नीचे गिरकर तबाही मचाती हैं। यह बारिश बहुत तेज़ होती है, जिससे अचानक बाढ़ जैसी स्थिति बन जाती है। अचानक जमीन पर गिर यही पानी तेज रफ्तार से रास्ते में पड़ने वाले पेड़-पौधे, घर, पत्थर के साथ ही रास्ते में जो कुछ भी पड़ता है, उसे लेकर नीचे की ओर रास्ता बनाते हुए निकलता है। रफ्तार ऐसी कि किसी को संभलने का मौका नहीं देता।

RELATED POSTS

क्या है ‘हिमालयन सुनामी’, जिसने उत्तरकाशी को किया लहूलुहान, पहाड़ी नाले से उतरा और धराली कस्बे को लील गया पानी

क्या है ‘हिमालयन सुनामी’, जिसने उत्तरकाशी को किया लहूलुहान, पहाड़ी नाले से उतरा और धराली कस्बे को लील गया पानी

August 5, 2025
क्या है ‘कालबैसाखी’, जिसने मचाई तबाही, मई में दिल्ली-मुम्बई हुई ‘पानी-पानी’ अब जून में आएगी ‘महासुनामी’

क्या है ‘कालबैसाखी’, जिसने मचाई तबाही, मई में दिल्ली-मुम्बई हुई ‘पानी-पानी’ अब जून में आएगी ‘महासुनामी’

May 26, 2025

इसे ही क्लाउड-बर्स्ट कहते हैं

मौसम वैज्ञनिक बताते हैं कि जुलाई और अगस्त के सीज़न में नमी बहुत ज्यादा है, पहाड़ों पर बादल बनने की रफ्तार इसी वजह से तेज है। इसीलिए छोटे-छोटे कैचमेंट एरिया में बादल आंधी-तूफानी बादल 100 मिमी प्रति घंटा या उससे भी ज्यादा पानी गिरा रहे हैं। मौसम वैज्ञानिक इसे ही क्लाउड-बर्स्ट कहते हैं। क्लाउड-बर्स्ट बहुत छोटे क्षेत्र में और बहुत कम समय में होता है। ऐसे में जब ऐसी घटना किसी आबादी वाले इलाके में होती है तो जन-धन की हानि बड़े पैमाने पर होती है। जहां आबादी नहीं है, वहां बादल फटकर निकल जाता है। चूंकि बादल फटने की घटनाएं बारिश के मौसम में ही होती हैं, इसलिए मान लिया जाता है कि पहाड़ों पर ज्यादा बारिश हुई है, इसी वजह से नदियों-गदेरों का जलस्तर अचानक बढ़ जाता है।

क्यों आता है फ्लैश फ़्लड

इस मानसून में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश समेत अन्य राज्यों में अलग-अलग कई घाटियों में बादल फटे हैं। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भारी तबाही मचाने वाली घटना को मौसम विभाग ने फ्लैश फ़्लड या क्लाउड-बर्स्ट का दर्जा दिया है। शुरुआती वैज्ञानिक जांच में क्लाउड-बर्स्ट, ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड, लैंडस्लाइड-जैम, या इनका मिश्रण माना जा रहा है। क्लाउड-बर्स्ट से सिर्फ पानी नहीं आत। ऊपर की ढालों से मिट्टी, बोल्डर, लकड़ी, ग्लेशियर-मोराइन की गाद सब साथ-साथ बहते हुए आगे बढ़ता है। यह पानी को डेब्रिस-फ्लो बना देता है, जिसकी रफ्तार और मारक क्षमता बहुत अधिक होती है। गांव स्तर पर सटीक क्लाउड-बर्स्ट भविष्यवाणी बहुत कठिन है। इसके पीछे कारण यह है कि बादल बहुत छोटे इलाके में ही फटते हैं।

मंडी -धराली में तबाही

मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि पेड़ों की कटाई से मिट्टी कमजोर हो गई है, जो मलबे के साथ बहती है। सड़क निर्माण और बस्तियों का अंधाधुंध विस्तार पानी के प्राकृतिक बहाव को बाधित करता है। गर्म और ठंडी हवाओं का मिलना भी बादल फटने को बढ़ाता है। बता दें, 5 अगस्त 2025 को उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई। चंद मिनटों में मलबा और पानी ने घर, दुकानें और सड़कें बहा दीं। दर्जनों लोगों की मौत हुई. 100 से ज्यादा लापता हैं। यह गांव गंगोत्री यात्रा का रास्ता होने के कारण तीर्थयात्रियों का पड़ाव था। हिमाचल के मंडी जिले में जुलाई से अब तक कई बार बादल फटे। 17 अगस्त को द्रंग, बथेरी और उत्तरशाल में मूसलाधार बारिश ने घर, गौशालाएं और सड़कें नष्ट कीं।

किश्तवाड़-कठुआ में प्रकृति का कहर

14 अगस्त 2025 को किश्तवाड़ के चशोती गांव में मचैल माता यात्रा के दौरान बादल फटने से बाढ़ आई। दर्जनों घर और दुकानें बह गईं. 60 से ज्यादा लोग मरे। 200 से ज्यादा लापता हैं। कठुआ में भी भारी बारिश ने नदियों को उफान पर ला दिया। बताया जा रहा है कि कठुआ में सात से अधिक लोगों की मौत हो गई। लाखों का नुकसान भी हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक, पहाड़ी इलाकों में बादल फटना आम है। क्योंकि हवाएं और भूगोल का मेल ऐसा माहौल बनाता है। ग्लेशियर झीलों के फूटने से भी बाढ़ आ सकती है, लेकिन सैटेलाइट डेटा की कमी से पक्का पता नहीं चल पा रहा। पर्यावरणविद् कहते हैं कि जलवायु परिवर्तन और मानवीय गतिविधियों ने इस समस्या को बढ़ाया है। मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान दें और खतरनाक क्षेत्रों से दूर रहें। नदियों और नालों की सफाई और मजबूत ड्रेनेज सिस्टम बनाएं।

Tags: Cloud burst in Kishtwardevastation in KathuaDharali villageweather departmentweather department alertwhy are clouds bursting
Share197Tweet123Share49
Vinod

Vinod

Related Posts

क्या है ‘हिमालयन सुनामी’, जिसने उत्तरकाशी को किया लहूलुहान, पहाड़ी नाले से उतरा और धराली कस्बे को लील गया पानी

क्या है ‘हिमालयन सुनामी’, जिसने उत्तरकाशी को किया लहूलुहान, पहाड़ी नाले से उतरा और धराली कस्बे को लील गया पानी

by Vinod
August 5, 2025

देहरादून ऑनलाइन डेस्क। केदारनाथ में आई 13 साल वाली त्रासदी एक बार फिर देवभूमि उत्तराखंड में देखने को मिली। ऐसा जलजला...

क्या है ‘कालबैसाखी’, जिसने मचाई तबाही, मई में दिल्ली-मुम्बई हुई ‘पानी-पानी’ अब जून में आएगी ‘महासुनामी’

क्या है ‘कालबैसाखी’, जिसने मचाई तबाही, मई में दिल्ली-मुम्बई हुई ‘पानी-पानी’ अब जून में आएगी ‘महासुनामी’

by Vinod
May 26, 2025

नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। पहेली बने मई माह के मौसम ने शनिवार आधी रात के बाद से यूपी, दिल्ली के...

UP Weather: ‘सवधान’ UP में एक्टिव हो रहा नया पश्चिमी विक्षोभ, IMD ने जारी किया 40 जिलों में बारिश का अर्लट

UP Weather: ‘सवधान’ UP में एक्टिव हो रहा नया पश्चिमी विक्षोभ, IMD ने जारी किया 40 जिलों में बारिश का अर्लट

by Vinod
April 30, 2025

लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश में 27 अप्रैल की सुबह मौसम ने अचानक करवट बदला और मेघों की दस्तक के...

UP Weather : गर्मी की थर्ड डिग्री के बाद मौसम ने किया ‘खेला’, अब आंधी-तूफान और बारिश से भीगेगा सूबा

UP Weather : गर्मी की थर्ड डिग्री के बाद मौसम ने किया ‘खेला’, अब आंधी-तूफान और बारिश से भीगेगा सूबा

by Vinod
April 26, 2025

लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश में प्रचंड गर्मी ने लोगों की जीना मुहाल किया हुआ है। कई जिलों में लू...

Weather

18 प्रदेशों में भारी बारिश का अलर्ट, नगालैंड में भूस्खलन से तबाही, आंध्र प्रदेश में 65 हजार घरों को नुकसान

by Mayank Yadav
September 5, 2024

Weather: भारत मौसम विभाग (IMD) ने अगले 2-3 दिनों में देश के कई हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान जताया...

Next Post
69 thousand

69 thousand teacher recruitment अभ्यर्थी नाराज, शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास पर धरना

Ghaziabad

Ghaziabad में दर्दनाक हादसा: महिला दरोगा की बुलेट कुत्ते से टकराई, कार ने मारी टक्कर, दर्दनाक मौत।

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

News1India

Copyright © 2025 New1India

Navigate Site

  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल

Copyright © 2025 New1India

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version