• About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
Thursday, August 21, 2025
news 1 india
  • Login
  • Home
  • News
    • Politics
    • Business
    • World
    • Science
  • Entertainment
    • Gaming
    • Music
    • Movie
    • Sports
  • Tech
    • Apps
    • Gear
    • Mobile
    • Startup
  • Lifestyle
    • Food
    • Fashion
    • Health
    • Travel
No Result
View All Result
news 1 india
No Result
View All Result
Home Breaking

Akhilesh Yadav ने तीन जिलाधिकारियों और चुनाव आयोग पर उठाए गंभीर आरोप, मामला गरमाया

अखिलेश यादव ने यूपी चुनाव 2022 के 18,000 एफिडेविट मामले पर चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। कासगंज, जौनपुर और बाराबंकी के तीन जिलाधिकारियों ने उनके आरोपों का जवाब दिया, जिससे राजनीतिक विवाद गरमाया।

by Mayank Yadav
August 20, 2025
in Breaking, Latest News, उत्तर प्रदेश
0
Akhilesh Yadav
491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

Akhilesh Yadav Affidavit Dispute: उत्तर प्रदेश में चुनावी तैयारियों के बीच राजनीतिक विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाल ही में यूपी चुनाव 2022 में मतदाता सूची और एफिडेविट के मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी द्वारा 18,000 एफिडेविट जमा किए जाने के बावजूद आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके जवाब में कासगंज के जिलाधिकारी प्रणय सिंह, जौनपुर के जिलाधिकारी दिनेश चंद्र और बाराबंकी के जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने आरोपों का खंडन किया। अखिलेश यादव ने इसे लेकर चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं, जिनसे राजनीतिक हलकों में हलचल मची है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इन डीएम के जवाब को सतही और राजनीतिक भेदभावपूर्ण बताया।

मामला क्या है?

Akhilesh Yadav ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर यूपी चुनाव 2022 में मतदाता सूची में गड़बड़ी और 18,000 एफिडेविट के मुद्दे को उठाया। उनका दावा था कि ये एफिडेविट चुनाव आयोग को भेजे गए, लेकिन आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर कासगंज के डीएम प्रणय सिंह, जौनपुर के डीएम दिनेश चंद्र और बाराबंकी के डीएम शशांक त्रिपाठी ने उनके आरोपों का खंडन किया। इन जिलाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यूपी चुनाव में किसी प्रकार की अनियमितता नहीं हुई।

Related posts

झांसी में पूर्व प्रधान ने ‘इंस्ट्रा क्वीन’ को गड़ासे से काट डाला, शव के किए 7 टुकड़े, 3 को कुएं में तो 4 को नदी में बहाया

झांसी में पूर्व प्रधान ने ‘इंस्ट्रा क्वीन’ को गड़ासे से काट डाला, शव के किए 7 टुकड़े, 3 को कुएं में तो 4 को नदी में बहाया

August 20, 2025
U P News: शाहजहांपुर के जलालाबाद का नाम बदला, गृह मंत्रालय की मिली मंजूरी यूपी सरकार करेगी अधिसूचना जारी

U P News: शाहजहांपुर के जलालाबाद का नाम बदला, गृह मंत्रालय की मिली मंजूरी यूपी सरकार करेगी अधिसूचना जारी

August 20, 2025

कौन हैं ये तीन जिलाधिकारी?

प्रणय सिंह (कासगंज डीएम)
प्रणय सिंह 1989 में जन्मे और 2015 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वे गाजियाबाद मूल के हैं। कासगंज के डीएम बनने से पहले वे देवरिया में सहायक मजिस्ट्रेट, सुल्तानपुर में संयुक्त मजिस्ट्रेट और सहारनपुर में मुख्य विकास अधिकारी रहे हैं। उन्होंने वाराणसी नगर निगम के नगर आयुक्त के रूप में भी सेवाएं दी हैं।

दिनेश चंद्र (जौनपुर डीएम)
दिनेश चंद्र 2012 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वे बिजनौर के रहने वाले हैं और एलएलबी तक की पढ़ाई कर चुके हैं। जौनपुर डीएम बनने से पहले वे कानपुर देहात, बहराइच और सहारनपुर में डीएम रहे हैं। इसके अलावा उन्हें चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग में विशेष सचिव भी बनाया गया।

शशांक त्रिपाठी (बाराबंकी डीएम)
शशांक त्रिपाठी 2016 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और कानपुर देहात के मूल निवासी हैं। उन्होंने आईआईटी कानपुर से बीटेक किया और प्रशासनिक सेवा में आए। वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी अधिकारियों में माने जाते हैं और विशेष सचिव के रूप में भी काम कर चुके हैं।

Akhilesh Yadav ने क्या कहा?

Akhilesh Yadav ने इन डीएम के जवाब पर सवाल उठाया कि इतने वर्षों बाद जवाब क्यों आया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की तरफ से कहा गया कि एफिडेविट नहीं मिले, लेकिन अब डीएम इसी पर जवाब दे रहे हैं, जिससे आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठते हैं। उन्होंने कहा कि सतही जवाब से काम नहीं चलेगा और पूरी जांच होनी चाहिए।

सपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी सरकार, चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन का यह गठजोड़ लोकतंत्र पर हमला है। उन्होंने इसे “तीन तिगाड़ा” करार देते हुए कहा कि जनता अंततः इस त्रिगुट की अदालत लगाएगी।

Baghpat में थानेदार की गाड़ी से मजदूर की मौत, CCTV ने खोला राज, परिवार पर समझौते का दबाव

Tags: Akhilesh Yadav
Share196Tweet123Share49
Previous Post

हॉलीवुड हीरोइन जैसी ग्लैमरस, क्रिकेट की स्टार ऑलराउंडर — मिलिए स्कॉटलैंड की नयमा शेख से !

Next Post

Online Gaming Crisis:रोज़गार और राजस्व पर बड़ा खतरा क्या जाएंगी नौकरियां, विदेशी निवेश, डालेगा टैक्स पर भी असर

Mayank Yadav

Mayank Yadav

Next Post
Online Gaming Crisis:रोज़गार और राजस्व पर बड़ा खतरा क्या जाएंगी नौकरियां, विदेशी निवेश, डालेगा टैक्स पर भी असर

Online Gaming Crisis:रोज़गार और राजस्व पर बड़ा खतरा क्या जाएंगी नौकरियां, विदेशी निवेश, डालेगा टैक्स पर भी असर

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

news 1 india

Copyright © 2017 JNews.

Navigate Site

  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • Home
  • News
    • Politics
    • Business
    • World
    • Science
  • Entertainment
    • Gaming
    • Music
    • Movie
    • Sports
  • Tech
    • Apps
    • Gear
    • Mobile
    • Startup
  • Lifestyle
    • Food
    • Fashion
    • Health
    • Travel

Copyright © 2017 JNews.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version