Life-Saving Medicines You Must Keep at Home: आज के समय में दिल से जुड़ी बीमारियाँ बहुत तेज़ी से बढ़ रही हैं। अचानक आने वाला हार्ट अटैक (मायोकार्डियल इंफार्क्शन) कई बार जानलेवा साबित हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर समय पर सही इलाज मिल जाए तो मरीज़ की जान बचाई जा सकती है। डॉक्टर राज बताते हैं कि रोज़ाना करीब 30 हज़ार लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने से होती है। ऐसे में ज़रूरी है कि हर व्यक्ति हार्ट अटैक की शुरुआती मदद (फर्स्ट ऐड) के बारे में जानकारी रखे।
डॉक्टर ने चार ऐसी दवाइयों के नाम बताए हैं, जो उनके अनुसार हर घर में होनी चाहिए। ये दवाइयाँ इमरजेंसी के वक्त मरीज़ की जान बचाने में मदद कर सकती हैं।
हार्ट अटैक के लक्षण
दिल का दौरा पड़ने पर सबसे पहले छाती के बाईं ओर तेज़ दर्द महसूस होता है। यह दर्द धीरे-धीरे हाथ और कंधे की तरफ बढ़ता है। इसके अलावा मरीज़ को सांस लेने में तकलीफ़ होती है, घबराहट और बेचैनी बढ़ती है, तेज़ पसीना आता है और एंग्ज़ाइटी भी होती है। डॉक्टर कहते हैं कि अगर ये लक्षण दिखें तो तुरंत मरीज़ को अस्पताल ले जाएँ। लेकिन अस्पताल पहुँचने से पहले उन्हें कुछ दवाइयाँ ज़रूर देनी चाहिए ताकि स्थिति गंभीर न हो।
घर में रखें ये 4 ज़रूरी दवाइयाँ
डॉक्टर शिवम के अनुसार हर घर में ये चार दवाइयाँ ज़रूर होनी चाहिए:
एस्पिरिन (Aspirin – 325 mg)
क्लोपिडोग्रेल (Clopidogrel – 300 mg)
एटोरवास्टेटिन (Atorvastatin – 80 mg)
सॉर्बिट्रेट (Sorbitrate – 5 mg)
इन दवाइयों को इसी क्रम में मरीज़ को देना चाहिए। मरीज़ को आराम से लेटा दें और सिर थोड़ा ऊँचा रखें। सॉर्बिट्रेट को जीभ के नीचे रखना होता है, लेकिन ध्यान रखें कि यह दवा केवल तब दी जाए जब ब्लड प्रेशर 90/60 से ज़्यादा हो।
किन बातों का रखें ध्यान
डॉक्टर का कहना है कि अगर छाती का दर्द बढ़ रहा हो और दिल के दौरे के लक्षण साफ दिख रहे हों तभी ये दवाइयाँ दें। मेडिकल मदद मिलने तक ये दवाइयाँ शुरुआती इलाज (फर्स्ट ऐड) की तरह काम करेंगी। अगर बीपी बहुत कम है या मरीज़ शॉक में है तो सॉर्बिट्रेट बिलकुल न दें। इसके अलावा एस्पिरिन और क्लोपिडोग्रेल लेने के बाद एलर्जी या ब्लीडिंग की समस्या तो नहीं हो रही, इस पर नज़र रखना भी ज़रूरी है।
किन लोगों को ज़रूर रखनी चाहिए ये दवाइयाँ
हालाँकि ये दवाइयाँ हर घर में होना बेहतर है, लेकिन अगर घर में कोई दिल का मरीज़ है, डायबिटीज, हाई बीपी या हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या है तो इन्हें ज़रूर रखना चाहिए। डॉक्टर मानते हैं कि आपकी यह तैयारी किसी बड़ी दुर्घटना से बचा सकती है। इसलिए इस छोटी लेकिन अहम बात को नज़रअंदाज़ बिल्कुल न करें।
Disclaimer: यह जानकारी केवल जागरूकता के उद्देश्य से दी गई है। किसी भी दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना न करें। आपात स्थिति में तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। न्यूज1 इंडिया किसी भी तरह की कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है