GenZ Protest Nepal : नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ युवाओं का आक्रोश अब उग्र रूप ले चुका है। मंगलवार को राजधानी काठमांडू समेत कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन भड़क उठे। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने न केवल सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया, बल्कि सरकार के बड़े नेताओं को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया।
हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों ने वित्त मंत्री विष्णुप्रसाद पौडेल को सरेआम घेर लिया और उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर लात-घूंसों से पीटा। यह घटना सरकार के नियंत्रण से बाहर हो चुकी स्थिति को दर्शाती है, जहां जनता का गुस्सा अब नेताओं के खिलाफ खुलकर सामने आ रहा है।
पीएम ओली समेत कई मंत्रियों का इस्तीफा
विरोध की आग ने सरकार की नींव हिला दी है। आंदोलन तेज होते ही सबसे पहले गृह मंत्री रमेश लेखक, कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी, स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल, और जल आपूर्ति मंत्री प्रदीप यादव ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद हालात और बिगड़े तो प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भी अपना पद छोड़ दिया। यह साफ संकेत है कि जनआंदोलन को अब दबाना सरकार के बस से बाहर हो चुका है।
कौन हैं विष्णु पौडेल?
विष्णुप्रसाद पौडेल नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (यूएमएल) के वरिष्ठ नेता और उपाध्यक्ष हैं। वे हाल ही में तीसरे दहल मंत्रिमंडल में उपप्रधानमंत्री और वित्त मंत्री के पद पर थे। पौडेल पहले भी कई अहम मंत्रालयों का कार्यभार संभाल चुके हैं, जिनमें गृह, उद्योग, जल संसाधन और रक्षा मंत्रालय शामिल हैं। वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी उन्होंने दो बार (2015-16 और 2020-21) संभाली है।
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प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में घुसकर जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की। पूर्व प्रधानमंत्रियों पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ और शेर बहादुर देउबा के आवासों पर भी हमले किए गए। गृहमंत्री रहे रमेश लेखक और संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के घर भी भीड़ का निशाना बने और वहां आगजनी की घटनाएं हुईं।
हालात बेकाबू, 19 की मौत
सरकार ने हालात काबू करने के लिए सख्त कदम उठाए, लेकिन स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है। अब तक पुलिस की कार्रवाई में 19 प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हैं। हालात को देखते हुए कई शहरों में कर्फ्यू लगाया गया है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।