Om Prakash Rajbhar News: सपा प्रमुख अखिलेश यादव के “100 रुपए भेजने” वाले बयान पर सियासत गर्मा गई है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के बेटे और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने पलटवार करते हुए कहा कि उनके पिता Om Prakash Rajbhar के पास भले ही पैसा न हो, लेकिन ईमानदारी और जनता की सेवा का जज़्बा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर कभी अखिलेश यादव को बुरे वक्त में मदद की जरूरत पड़ी, तो ओमप्रकाश राजभर अपने खेत से निकले अनाज और सब्जी देने से पीछे नहीं हटेंगे। अरुण ने आरोप लगाया कि सपा को सिर्फ पैसा दिखता है और सत्ता से बाहर आने के बाद अखिलेश अब “₹100 की राजनीति” कर रहे हैं।
पैसा नहीं, ईमानदारी है पूंजी: अरुण राजभर
अरुण राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव को यह समझना चाहिए कि उनके पिता Om Prakash Rajbhar की असली पूंजी ईमानदारी और सेवा है, न कि अरबों-खरबों का धन। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि अगर अखिलेश सत्ता में होते, तो करोड़ों-अरबों से नीचे बात ही नहीं करते। सत्ता से दूर रहने के कारण अब वे ₹100 की बात कर रहे हैं। अरुण ने कहा कि जनता ने सपा की लूट-खसोट देखी है और अब जनता के पैसों का हिसाब देना बाकी है।
समावादी पार्टी पर निशाना
अरुण ने सपा पर हमला करते हुए कहा कि यह पार्टी हमेशा पैसों के आधार पर राजनीति करती रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव को Om Prakash Rajbhar के जन्मदिन पर शुभकामनाएं देने की जगह पैसे की राजनीति सूझ रही है। अरुण का कहना था कि यह सोच बताती है कि सपा केवल धन पर केंद्रित है, जनता और उनके संघर्षों से उसका कोई सरोकार नहीं है।
सुहेलदेव के अपमान पर सख्त रुख
अरुण राजभर ने एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली द्वारा महाराजा सुहेलदेव राजभर को “लुटेरा” बताए जाने पर भी तीखा विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ अज्ञानता है, बल्कि उन वीरों का अपमान भी है, जिन्होंने अपनी तलवार से देश की अस्मिता बचाई। अरुण ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव का अपमान करना भारत की मिट्टी और शौर्य का अपमान है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।