Building Collapse in Indore: इंदौर शहर के व्यस्ततम क्षेत्र रानीपुरा में सोमवार देर रात बड़ा हादसा हो गया। कोष्टी मोहल्ला, जवाहर मार्ग पार्किंग के पास एक पुरानी तीन मंजिला इमारत अचानक भरभराकर गिर गई। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई और 12 लोग घायल हुए, जिन्हें तुरंत महाराजा यशवंतराव (एमवाय) अस्पताल पहुंचाया गया। मृतकों की पहचान अल्फिया और फईममुद्दीन अंसारी के रूप में हुई है। दोनों चाचा-भतीजी थे।
घटनास्थल पर भारी अफरा-तफरी का माहौल रहा। पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की टीमों ने तुरंत मोर्चा संभाला। महापौर पुष्यमित्र भार्गव और कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे और बचाव कार्य की निगरानी करते रहे।
कमजोर दीवारें बनीं हादसे का कारण
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इमारत लंबे समय से जर्जर हालत में थी। दीवारों में दरारें और प्लास्टर गिरना आम बात हो गई थी। कई बार इमारत को खाली कराने की बात उठी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। सोमवार को हुई तेज बारिश ने दीवारों को और कमजोर कर दिया और रात में पूरी इमारत ढह गई।
जान बची क्योंकि लोग बाहर थे
पड़ोसियों ने बताया कि हादसे के वक्त इमारत में बहुत कम लोग मौजूद थे। अधिकांश लोग बाहर थे। अगर यह हादसा देर रात सोने के समय होता तो जनहानि और ज्यादा हो सकती थी।
बिजली गुल,अंधेरे में रेस्क्यू
बिल्डिंग गिरने के बाद इलाके की बिजली काट दी गई। कई खंभे गिर गए और तार टूट गए। रेस्क्यू टीम ने सुरक्षा को देखते हुए सभी तार हटाए और टॉर्च व जनरेटर की रोशनी में मलबा हटाकर घायलों को बाहर निकाला।
चार परिवार रहते थे इमारत में
यह इमारत मुस्तकीन अंसारी की बताई जा रही है। इसमें चार परिवार रहते थे और करीब 15 लोग यहां का हिस्सा थे। छत पर टीन शेड डालकर भी लोग रहते थे। ग्राउंड फ्लोर में गोदाम और कुछ दुकानें भी बनाई गई थीं।
मलबे से मदद की पुकार
इमारत पूरी तरह ध्वस्त न होने के कारण मलबे में दबे कुछ लोग मोबाइल से मदद के लिए फोन करते रहे। एक घायल ने बताया कि उसका पैर मलबे में फंसा हुआ है लेकिन वह सुरक्षित है। बताया जा रहा है कि अभी भी पांच से ज्यादा लोग मलबे में दबे हो सकते हैं।
घायलों में बच्चे भी शामिल
एमजीएम कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने बताया कि घायलों में चार लोगों की हालत गंभीर है। घायलों में छोटे बच्चे भी शामिल हैं – यासिरा (3 माह) और नबी अहमद (7 वर्ष)। इसके अलावा, अल्ताफ (28), रफीउद्दीन (60), सबिस्ता (28), सेबुद्दीन (62), सलमा बी (45), आलिया (23), शाहिदा (55) और अमीनुद्दीन (40) का इलाज चल रहा है।
प्रशासन ने संभाली स्थिति
घटना की सूचना मिलते ही मेयर पुष्यमित्र भार्गव, कलेक्टर शिवम वर्मा और पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने राहत और बचाव कार्य तेजी से करने और घायलों को समुचित इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।