Lucknow Jail: लखनऊ जिला जेल में बंद समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर मंगलवार देर शाम जानलेवा हमला हुआ। हमलावर ने उन पर आलमारी की राड से वार किया, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई। जेल अस्पताल में उन्हें दस से अधिक टांके लगने पड़े। शुरुआती जांच में पता चला कि पूर्व मंत्री और बंदी के बीच कहासुनी हुई थी, जिसके बाद हमला किया गया। जेल प्रशासन इस घटना की जांच कर रहा है।
गायत्री प्रजापति ने बताया कि उन पर हमला करने वाला बंदी विश्वास है। उसने उन पर चाकू से भी हमला करने की कोशिश की।
बेटी ने की सुरक्षा की मांग
पूर्व मंत्री की बेटी अंकित प्रजापति ने कहा कि उन्हें डर है कि उनके पिता की हत्या न कर दी जाए। उन्होंने कहा, “पिता हाल ही में अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर आए थे और ठीक थे। अब अचानक हमला हो गया। मुख्यमंत्री योगी जी से हमारी गुहार है कि वह हमारे पिता को सुरक्षा दें।”
उन्होंने यह भी कहा कि उनके पिता बेगुनाह हैं और कोई आतंकवादी नहीं, फिर भी उनके साथ इस तरह का बर्ताव किया जा रहा है।
पत्नी ने जताई चिंता
गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी ने कहा कि जेल में उनके पति की जान का खतरा है। उन्होंने पूछा कि “कैसे कैंची और हथियार जेल में पहुंच गए? किसने और क्यों हमला किया?” उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि उनके पति को सुरक्षा दी जाए और उनकी बेल प्रक्रिया तेज़ की जाए।
हमले का पूरा घटनाक्रम
पूर्व मंत्री सामूहिक दुष्कर्म और खनन घोटाले के आरोपी हैं और लंबे समय से बीमारियों के कारण जेल अस्पताल में रखा गया था। मंगलवार शाम साढ़े छह बजे, अस्पताल में सफाई कर रहे बंदी विश्वास ने उन पर हमला कर दिया। जांच में सामने आया कि पूर्व मंत्री ने विश्वास को पानी देने के लिए बुलाया था। जब विश्वास देर से आया, तो मंत्री ने अमर्यादित टिप्पणी की, जिससे विश्वास नाराज हो गया और पास पड़ी आलमारी की राड से हमला कर दिया।
गायत्री चीखते हुए भागे, लेकिन बंदी ने दोबारा हमला किया। दूसरे बंदियों ने दौड़कर उसे पकड़ लिया और जेलकर्मियों ने तुरंत डॉक्टर बुलाया। डॉक्टरों ने सिर से बह रहे खून को रोकने के बाद टांके लगाए।
इलाज और वर्तमान स्थिति
वरिष्ठ जेल अधीक्षक आरके जायसवाल ने बताया कि पूर्व मंत्री की हालत खतरे से बाहर है। टांके लगाने के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा गया। गोसाईगंज पुलिस ने कहा कि उन्हें इस हमले की कोई भी सूचना पहले नहीं दी गई थी।