कानपुर। कानपुर की सीसामऊ सीट से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी करीब 34 माह के बाद महाराजगंज जेल से बाहर आ गए हैं। अब अखिलेश यादव के मुंहभोले छोटे भाई इरफान सोलंकी टीवी चैनलों को विस्फोटक इंटरव्यू देकर सनसनी मचाए हुए हैं। इरफान जेल में बिताए गए समय और बैरक में दिए गए जख्मों को गिना रहे हैं। साथ ही कई सनसनीखेज खुलासे करने के साथ ही अगले कुछ दिनों के अंदर जेल के आलाधिकारियों की पोल खोले जानें का एलान भी कर रहे हैं। इतना ही नहीं इरफान ने यहां तक कह दिया है कि अब वह रूकने वाले नहीं। थमने वाले नहीं। खुद विधायकी की चुनाव लड़ेंगे। पत्नी को भी चुनाव लड़वाएंगे। उन्होंने इशारों-इशारों में दूसरी सीट का जिक्र कर बीजेपी की टेंशन भी बढ़ा दी है।
जाजमऊ का सोलंकी हाइस पिछले 34 माह से वीरान था। सोलंकी हाउस में शाम होते ही अंधेरा हो जाया करता था। जहां कभी सुबह से लेकर देररात तक लोगों का जमावड़ा रहता है, उस इमारत के इर्द-गिर्द सिर्फ बेजुबान ही नजर आते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। फिर से सोलंकी हाउस आबाद हो गया है। दूधिया रोशनी से सोलंकी की कोठी जगमग है। सुबह से लेकर देररात तक मिलने वालों का तांता लगा रहता है। इरफान भी अपने चाहने वाले को मायूस नहीं कर रहे। हरएक से मुलाकात करते हैं। गले मिलते हैं। अपने चाहने वालों के साथ इरफान चाय भी पीते हैं। जेल से बाहर आने के बाद इरफान सोलंकी फायर हो गए हैं। वह खुलकर बोल रहे हैं। हर जख्म के बारे में लोगों को बता रहे हैं।
इरफान सोलंकी ने कहा कि जो कुछ भी होता है वह अल्लाह की मर्जी से होता है। कार्यकर्ताओं से लेकर चाहने वालों तक सभी की दुआओं का असर है कि आज मैं खुली हवा में सांस ले रहा हूं और अपनों के बीच हूं। जेल में जो भी अत्याचार हुआ है, उसकी मैंने लंबी लिस्ट बनाई है। ईडी हो, सीबीआई हो या फिर इनकम टैक्स के अधिकारी हों, सभी ने जेल को व्यापार बना रखा है। जेल में मैंने ऐसा खाना खाया है कि जिसे जानवर भी न खाए। इरफान ने कहा, एनकाउंटर का डर पहले था। अब तो न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। जेल में काफी अत्याचार हुआ है। 33 महीने का समय मैंने अल्लाह के भरोसे काटा है। मेरे साथ जो भी हो रहा है, अल्लाह सब देख रहा है। वो सच जरूर सामने लाएगा।
इरफान सोलंकी ने कहा कि पिता हाजी मुश्ताक सोलंकी कहते थे कि जब तक आप सच के साथ हैं, तब तक हर व्यक्ति आपके साथ खड़ा रहेगा। सच कभी पराजित नहीं होता है। मेरे साथ जो भी रहा है, उसका सच सामने आ रहा है। मुझे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में न्याय मिलेगा, इसका पूरा भरोसा है। इरफान सोलंकी ने कहा कि कवरेज के दौरान मीडिया कर्मियों से पुलिस धक्का-मुक्की करती थी। अभी 4100 लोगों की एसआई की नौकरी निकली है जिसके लिए 30000 एप्लीकेशन भरे गए हैं। अब ऐसे में जब 4100 लोगों को ही नौकरी मिली है तो जाहिर सी बात वे साफ-सुथरे होंगे। अब जब वही ऐसा व्यवहार करेंगे तो आप फिर किस से उम्मीद रखेंगे।
इरफान ने कहा कि 34 महीने से लगातार 500 किलोमीटर का सफर तय करके परिवार उनसे मिलने आता था. आज के समय में 15 मिनट भी किसी को इंतजार कर दिया जाए तो वह परेशान हो जाता है। यह समय मेरे परिवार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था. परिवार और मैंने हार नहीं मानी. आज यह सब उन्हीं के प्यार और मेहनत का ही फल है। इरफान ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान बताया कि जब मुझे महाराजगंज जेल से कानपुर कोर्ट लाया जाता, तब जेल की पुलिस मुझे कानपुर पुलिस लाइन लेकर जाती। प्रचंड गर्मी में बैन के अंदर बैठाकर रखा जाता। उस वक्त मुझे अपने एनकाउंटर का डर था। मुझे लगता था कि कहीं पुलिस मेरी कार न पलटा दे। लेकिन ऊपरवाले के चलते वह ऐसा नहीं कर पाए।
इरफान ने कहा कि इस लड़ाई में मुझे मेरे कार्यकर्ताओं और सीतामऊ की जनता का पूरा समर्थन मिला. कार्यकर्ताओं से भी ज्यादा जनता हमारे लिए बड़ी है। मेरी इस लड़ाई में दोनों को ही विश्वास था कि उनका विधायक न गलत था, न गलत है और न गलत हो सकता है। इसलिए उन्होंने उपचुनाव में जमकर वोट किया. हम केवल एक जाति के वोट से विधायक नहीं बने है। हम कोई मुस्लिम लीग के नेता नहीं हैं। हम समाजवादी पार्टी के नेता है. हमें हर वर्ग का वोट और समर्थन मिलता है। पूर्व विधायक ने कहा कि हिंदू भी हमारा खुलकर समर्थन करते हैं। अब इससे बड़ा चुनाव भला क्या ही होगा। यह सरकार का चुनाव था, जब सीसामऊ की जनता ने उन्हें बता दिया कि हम तुम्हारे साथ नहीं हैं।
इरफान ने कहा कि, सारे मुकदमे झूठे हैं। जिस तरह मुझे हाईकोर्ट से रिहाई मिली है वैसे ही ईडी से भी राहत मिलेगी। 2027 में किस तरह की तैयारी है के इस सवाल के जवाब में इरफान ने कहा कि अभी तो मुझे दो विधायकी और लड़नी है। हमारा फैसला सुप्रीम कोर्ट में है। हम इतनी जल्दी हार नहीं मानेंगे। इरफान ने डंके की चोट पर कहा कि वह सीसामऊ सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। बेगम को दूसरी सीट से चुनाव के मैदान में उतारेंगे। इरफान के इस बयान के बाद अब ऐसी चर्चा कि नसीम सोलंकी को समाजवादी पार्टी महाराजपुर सीट से चुनाव के मैदान में उतार सकती है। यहां से बीजेपी के कद्दावर नेता व विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना विधायक हैं। अगर नसीम यहां से चुनाव लड़ती हैं तो लड़ाई रोचक हो सकती है।
बता दें, 26 दिसंबर साल 2022 में सीसामऊ सीट से पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान, शौकत अली, इसराइल आटे वाला, मोहम्मद शरीफ, अर्जन उर्फ आजाद और मुस्लिम खां उर्फ गोलू के खिलाफ जाजमऊ थाने में तत्कालीन थाना प्रभारी अशोक दुबे ने गैंगस्टर की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वहीं इससे पहले साल 2022 में ही 8 नवंबर को इरफान, रिजवान पर आगजनी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इरफान जाजमऊ में महिला के प्लॉट पर आगजनी केस में 2 दिसंबर 2022 से जेल में बंद थे। इसी मामले में उन्हें 7 जून 2024 को 7 साल की सजा सुनाई गई थी। इससे उनकी विधायकी भी चली गई थी। नवंबर 2024 के उपचुनाव में उनकी पत्नी नसीम सोलंकी ने सीसामऊ सीट विधायक बनी थीं। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 5 दिन पहले गैंगस्टर एक्ट मामले में उन्हें जमानत दी थी। जिसमें बाद वह मंगलवार को महाराजगंज जेल से रिहा हुए हैं।