IPS Officer Shoots Himself: हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने मंगलवार, 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित अपने सरकारी आवास में खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर परिवार और पड़ोसी दौड़े, लेकिन जब तक उन्हें सेक्टर 16 के अस्पताल पहुंचाया गया, डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पूरन कुमार इस समय पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज, सुनारिया में सेवाएं दे रहे थे। हाल ही में उनका तबादला हुआ था। सूचना मिलते ही पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। घटनास्थल से पुलिस को एक पिस्तौल बरामद हुई, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
गनमैन से ली थी बंदूक,बेटी ने दी सूचना
जानकारी के मुताबिक, आईपीएस अधिकारी ने सोमवार को अपने गनमैन से बंदूक ली थी। अगले दिन जब उनकी बेटी बेसमेंट में पहुंची, तो उन्होंने अपने पिता को फर्श पर खून से लथपथ देखा। घबराई बेटी ने तुरंत आस-पास के लोगों को बुलाया और घटना की सूचना पुलिस को दी।
पूरन कुमार हरियाणा कैडर के एक सम्मानित अधिकारी माने जाते थे। वह 2001 बैच के आईपीएस थे और कई अहम पदों पर काम कर चुके थे। वह बेबाक स्वभाव के थे और प्रशासनिक मामलों में खुलकर अपनी राय रखते थे।
सरकार से कई बार उठाए थे सवाल
पूरन कुमार ने पिछले साल कुछ आईपीएस अधिकारियों के प्रमोशन को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी को पत्र लिखा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि ये प्रमोशन नियमों के विपरीत किए गए हैं और वित्त विभाग ने गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों की अनदेखी की है।
साल 2020 में उन्होंने तत्कालीन डीजीपी मनोज यादव पर उत्पीड़न के आरोप भी लगाए थे। सूत्रों के मुताबिक, हाल के दिनों में वह कुछ सरकारी निर्णयों से असंतुष्ट थे और मानसिक तनाव में चल रहे थे।
आईएएस अमनीत पी कुमार ,एक सशक्त अधिकारी
पूरन कुमार की पत्नी, आईएएस अमनीत पी कुमार, इस समय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जापान के आधिकारिक दौरे पर हैं। घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने अपना दौरा बीच में छोड़ने का फैसला किया है और उम्मीद है कि वह बुधवार सुबह तक चंडीगढ़ पहुंच जाएंगी।
अमनीत पी कुमार 2001 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। उनका जन्म 27 अक्टूबर 1977 को पंजाब में हुआ। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से इतिहास में एमए और आईआईटी मद्रास से हेल्थ इकोनॉमिक्स में पीएचडी की डिग्री ली है। वह वर्तमान में हरियाणा के महिला एवं बाल विकास विभाग की कमिश्नर और सचिव हैं, साथ ही फॉरेन को-ऑपरेशन डिपार्टमेंट में भी अहम भूमिका निभा रही हैं।
हरियाणा में नाम और काम दोनों से मशहूर
अमनीत कुमार अपने उत्कृष्ट कामों के लिए जानी जाती हैं। उन्हें समय पर काम पूरा करने और नीतियों को सटीक ढंग से लागू करने के लिए सराहा जाता है। उन्होंने ‘प्लेस्कूल नीति’ लागू कर बच्चों की शिक्षा में सुधार लाया और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को भी गति दी।
उनकी कार्यशैली और समर्पण ने उन्हें हरियाणा की टॉप आईएएस अधिकारियों में शामिल कर दिया है। अब इस दर्दनाक घटना के बाद पूरा प्रशासनिक तंत्र सदमे में है और सभी अधिकारी इस दुखद क्षण में परिवार के साथ खड़े हैं।