PM Modi Showcases Indigenous 4G Technology: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हालिया भाषण में भारत की नई तकनीकी उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश अब पूरी तरह स्वदेशी 4G तकनीक का मालिक बन चुका है। इस तकनीक की मदद से भारत न सिर्फ डिजिटल दुनिया में तेजी से आगे बढ़ेगा, बल्कि अब इसे दूसरे देशों को भी निर्यात करने की तैयारी में है।
स्वदेशी 4G से बदलेगी डिजिटल तस्वीर
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने अपने दम पर स्वदेशी 4G तकनीक विकसित की है, जो तेज इंटरनेट, भरोसेमंद कनेक्टिविटी और सुरक्षित सेवाएं देने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने बताया कि आज देशभर में करीब 1 लाख 4G टावर लगाए जा चुके हैं, जिससे भारत की डिजिटल मौजूदगी दुनिया के सामने एक मिसाल बन गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि “Made-in-India” 4G तकनीक अब ग्लोबल मार्केट में उतरने के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी बताया कि इतनी बड़ी डिजिटल छलांग के साथ अब भारत को एक आधुनिक कानूनी ढांचे की भी जरूरत है, ताकि तकनीकी विकास और साइबर सुरक्षा दोनों संतुलित रहें।
भारत का लक्ष्य 6G की ओर
संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारत की तकनीकी सोच अब 5G से भी आगे पहुंच चुकी है। देश का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में वैश्विक 6G पेटेंट्स में भारत की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत तक पहुंच जाए। उन्होंने कहा कि सैटेलाइट कम्युनिकेशन (Satcom) के जरिए अब जमीन, समुद्र और अंतरिक्ष तीनों क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को मजबूत किया जा रहा है।
सिंधिया ने कहा, “इस तकनीकी क्रांति की असली ताकत हमारे देश के लोग हैं। अगर यही जोश और नवाचार जारी रहा, तो आने वाले समय में भारत दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल शक्ति बन जाएगा।”
डिजिटल सेवाएं अब हर आम आदमी तक
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत में इंटरनेट डेटा की कीमत एक कप चाय से भी कम है। इससे डिजिटल सेवाएं आम जनता तक पहुंच रही हैं। उन्होंने बताया कि अब साइबर अपराधों को रोकने के लिए कानूनों को और मजबूत किया गया है और शिकायत निवारण प्रणाली को पहले से बेहतर बनाया गया है।
PLI योजना से बढ़ा प्रोडक्शन और रोजगार
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारत अब सिर्फ सर्विस नेशन नहीं, बल्कि “प्रोडक्ट नेशन” भी बन चुका है। प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना के तहत अब तक 91,000 करोड़ रुपये का नया उत्पादन हुआ है। इससे 18,000 करोड़ रुपये के निर्यात में वृद्धि हुई है और लगभग 30,000 नई नौकरियां भी बनी हैं।
भारत का डिजिटल दम वैश्विक मंच पर
सिंधिया ने कहा कि अब भारत दुनिया में तकनीकी मामलों में पीछे नहीं, बल्कि डिजिटल नेतृत्व की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “वह दिन दूर नहीं जब पूरी दुनिया कहेगी कि वे भारत पर निर्भर हैं।” उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे भारत में ही तकनीक का डिजाइन और समाधान तैयार करें और उसे पूरी दुनिया में पहुंचाएं।
IMC 2025 ने दिखाया भविष्य का रास्ता
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 के मंच पर भारत की तकनीकी उपलब्धियों और भविष्य की दिशा साफ दिखाई दी। 4G और 5G नेटवर्क का विस्तार, 6G की तैयारी, सैटेलाइट कम्युनिकेशन और डिजिटल कौशल पर जोर इन सबने भारत को वैश्विक तकनीक का मजबूत स्तंभ बना दिया है।