Body Found in Medical College Tank Deoria: देवरिया मेडिकल कॉलेज की टंकी में मिले शव की पहचान अशोक गावड़े के रूप में हुई है। अशोक महाराष्ट्र के ठाणे जिले के रहने वाले थे। पेशे से वह इंजीनियर थे और उन्होंने एमएससी केमिस्ट्री की पढ़ाई की थी। पुलिस जांच में यह पता चला कि अशोक ने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कई इलाकों में इंजीनियर के तौर पर काम किया था।
बाद में उन्होंने अपनी खुद की केमिकल फैक्ट्री शुरू की, लेकिन फैक्ट्री बंद हो जाने के बाद अशोक गहरे डिप्रेशन में चले गए। बताया जा रहा है कि इसी तनाव के चलते उनके और उनकी पत्नी अनीता गावड़े के रिश्ते बिगड़ गए। पिछले चार साल से दोनों अलग-अलग जगह रह रहे थे।
पत्नी से पूछताछ और जांच
मृतक की पहचान के लिए देवरिया पुलिस ने दो टीमों का गठन किया। एक टीम महाराष्ट्र के पनवेल गई और वहाँ अशोक की पत्नी अनीता गंडवे से फोटो और वीडियो के जरिए पहचान कराई। दूसरी टीम गोरखपुर के हमयपुर गई और मृतक के साले प्रफुल्ल से मिली। प्रफुल्ल ने बताया कि 22 सितंबर को अशोक मुंबई से गोरखपुर आया था। वह पैसे लेकर वापस जाने की बात कहकर घर से निकला। उसे 1,200 रुपए दिए गए थे, लेकिन उसके बाद अशोक कहां गया, किसी को जानकारी नहीं थी।
सुरेश यादव की मदद से सुराग
देवरिया के पूर्वांचल चौराहे के रहने वाले सुरेश यादव ने बताया कि 25 सितंबर की सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान उन्हें एक अज्ञात बीमार व्यक्ति मिला जो चलने-फिरने में असमर्थ था। उन्होंने 108 एंबुलेंस बुलवाई और उसे देवरिया मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया। इमरजेंसी रजिस्टर में भी मृतक का नाम अशोक गावड़े दर्ज था। डॉक्टरों ने उसे सर्जिकल वार्ड में भेजने का निर्देश दिया। इसके बाद यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि अशोक कहां गया और आखिरकार 6 अक्टूबर को वही शव मेडिकल कॉलेज की टंकी में कैसे मिला।
पोस्टमॉर्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि 25 सितंबर से 6 अक्टूबर तक अशोक कहां थे। जब वह चलने-फिरने में असमर्थ थे, तो उन्होंने मेडिकल कॉलेज की पांचवीं मंजिल पर बनी टंकी तक कैसे पहुंचा? क्या यह आत्महत्या है या हत्या का मामला है?
पुलिस इस बात की गहन जांच कर रही है। अधिकारियों ने कहा है कि पोस्टमॉर्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पूरी सच्चाई सामने आएगी।
रहस्य और संदिग्ध पहलू
मामले ने स्थानीय लोगों और मेडिकल कॉलेज में सनसनी फैला दी है। कई लोग यह सोच रहे हैं कि आखिर अशोक की स्थिति इतनी खराब होने के बावजूद वह टंकी तक कैसे पहुंचे। पुलिस इस बात का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या किसी ने उनकी जान ली या यह किसी मानसिक तनाव के कारण हुई घटना है।