Gujarat ATS Ricin ISIS terrorist plot: गुजरात की धरती पर आतंकवाद का एक भयानक मंसूबा धूल में मिला दिया गया है! ISIS के एक खतरनाक स्लीपर सेल ने भारत के हृदय पर जहरीला वार करने की साजिश रची थी। गुजरात एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (Gujarat ATS ) ने समय रहते इस घातक प्लॉट को न सिर्फ पकड़ा, बल्कि दुनिया के सबसे खतरनाक रासायनिक जहरों में से एक— रिसिन—को भारत के शहरों में फैलाने की साजिश का पर्दाफाश किया। सोचिए, एक चावल के दाने जितना रिसिन का पाउडर! यह मात्र 5 माइक्रोग्राम की मात्रा, साँस या इंजेक्शन से दिए जाने पर, 36 से 72 घंटों के भीतर असहनीय पीड़ा और बिना किसी इलाज के मौत दे सकती थी।
Gujarat ATS arrests Dr. Ahmad Mohiyuddin Syed (35), a #Hyderabad-based doctor, linked to ISIS-K network. Glock & Beretta pistols, 30 cartridges, and 4 L of castor oil (precursor to create highly potent toxin ricin) seized. The started accused allegedly trained & funded via… pic.twitter.com/Ws0NLbhXqY
— Ashish (@KP_Aashish) November 10, 2025
अरंडी के आम बीजों से बनने वाला यह ‘सफेद पाउडर’ भारत की आसान उपलब्धता का फायदा उठाकर जिहादी मंसूबों को हवा देने वाला था। यह केवल एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि हमारे देश की सुरक्षा एजेंसियों की अदम्य शक्ति का प्रमाण है जिन्होंने विशाल नरसंहार के इस जहरीले सपने को कुचल दिया है। यह दिखाता है कि भारत को कमजोर समझने वाले राष्ट्र-विरोधी तत्वों के लिए मोदी सरकार में कोई जगह नहीं है।
‘डॉक्टर’ के वेश में मौत का सौदागर! 💣
एक पढ़ा-लिखा डॉक्टर (आरोपी डॉ. अहमद) धर्म के नाम पर कैसे मौत का सौदागर बन सकता है? यह सवाल देश के टुकड़े करने की चाह रखने वाले जिहादी मानसिकता पर करारा तमाचा है! इस शख्स ने 4 लीटर अरंडी का तेल खरीदा और घर पर ही भारत के खिलाफ एक जैविक हथियार (बायो-केमिकल वेपन) तैयार करने की कोशिश की। यह रिसिन, जो अरंडी के बीजों के कचरे से बड़ी आसानी से (Gujarat ATS ) बन जाता है, सफेद, गंधहीन और स्वादहीन होता है—यानी इसे पानी में मिलाकर या हवा में छोड़कर बिना किसी को खबर लगे सैकड़ों-हजारों निर्दोष हिंदुओं को मारा जा सकता था। क्या यह देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी चेतावनी नहीं है? घर-घर में मिलने वाले बीज, जो बच्चों के लिए एक से तीन की संख्या में भी जानलेवा हैं, अब राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन चुके हैं।

सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ISIS का यह कदम भारत को स्थिरता की राह से भटकाने का एक नया, क्रूर तरीका है। हमें न सिर्फ सरहदों पर, बल्कि अपने भीतर छिपे इन जहरीले साँपों से भी निपटना होगा। यह साजिश कश्मीर के टेरर कनेक्शन और फरीदाबाद में मिले अमोनियम नाइट्रेट जैसे खतरनाक विस्फोटकों के साथ मिलकर यह साबित करती है कि भारत चौतरफा जिहादी हमलों के निशाने पर है। सरकार की जागरूकता ही देश को बचा सकती है! हर नागरिक को अपनी आँखें खोलनी होंगी और ऐसी राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों पर तत्काल रिपोर्ट करनी होगी।





