UP voter list update: उत्तर प्रदेश में वोटर लिस्ट को अपडेट करने के लिए स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया जोर-शोर से चल रही है। इस मुहिम के तहत, बूथ लेवल अधिकारी (BLO) अब फील्ड पर उतरकर घर-घर जाकर सर्वे कर रहे हैं। SIR का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मतदाता सूची सटीक और नवीनतम हो। हालांकि, इस प्रक्रिया के दौरान लोगों के मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि अगर SIR के चलते उनका नाम सूची से कट जाता है, तो क्या होगा?
उन्हें घबराने की बिलकुल ज़रूरत नहीं है। विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि SIR एक सामान्य अपडेट प्रक्रिया है, और यदि किसी कारणवश किसी नागरिक का नाम कट भी जाता है, तो वह सामान्य प्रक्रिया के तहत आसानी से अपना नाम दोबारा जुड़वा सकता है। नाम कटने से नागरिकता पर कोई सवाल नहीं उठता है, और नाम जुड़वाने का प्रोसेस पहले जैसा ही रहेगा। नागरिकों को बस एड्रेस प्रूफ के साथ ऑनलाइन या BLO के माध्यम से आवेदन करना होगा।
SIR में नाम कट जाए तो क्या करें?
UP में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) शुरू हो गया है, जिसका लक्ष्य वोटर लिस्ट को अपडेट करना है। यदि किसी व्यक्ति का नाम SIR प्रक्रिया में कट जाता है, तो भी वह चिंता न करे। मतदाता सूची में नाम दोबारा जुड़वाने का प्रोसेस बहुत आसान है और यह सामान्य प्रक्रिया के तहत ही होता है।
नाम जुड़वाने का सामान्य प्रोसेस
UP विशेषज्ञों के अनुसार, अगर किसी वजह से आपका नाम फाइनल लिस्ट में भी नहीं आता है, तो भी कोई परेशानी नहीं है। आप ऑनलाइन माध्यम से या अपने क्षेत्र के BLO से संपर्क करके नाम जुड़वा सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन: आप चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट या पोर्टल के माध्यम से नाम जोड़ने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
BLO से संपर्क: आप अपने बूथ लेवल अधिकारी से मिलकर भी फॉर्म भर सकते हैं।
इस प्रक्रिया में आपको अपना एड्रेस प्रूफ (पते का प्रमाण) देना आवश्यक होगा। नाम जुड़वाने का यह प्रोसेस वैसा ही रहेगा जैसा सामान्य तौर पर होता है, क्योंकि SIR केवल लिस्ट को अपडेट करने की एक मुहिम है।
UP SIR प्रक्रिया क्या है?
UP SIR प्रक्रिया के तहत, आपके क्षेत्र के BLO आपके घर आएंगे और आपसे एक फॉर्म भरवाएंगे। इस फॉर्म को Enumeration Form कहते हैं।
फॉर्म के हिस्से: इस फॉर्म के दो हिस्से होते हैं, जिसमें से एक हिस्सा BLO अपने पास रखेंगे और एक पर्ची आपके पास रहेगी।
प्रमाणित कनेक्शन: इस फॉर्म के माध्यम से बस यह प्रमाणित किया जाता है कि आपका 2002 वोटिंग लिस्ट से कोई कनेक्शन है।
2002 का कनेक्शन: इसका मतलब है कि आपका या आपके माता-पिता का नाम साल 2002 की लिस्ट में होना चाहिए।
यदि यह कनेक्शन सत्यापित हो जाता है, तो आपको BLO को उस वक्त कोई दस्तावेज नहीं देना पड़ेगा। अगर आप सर्वे के वक्त घर पर मौजूद नहीं होते हैं, तो भी घबराने की ज़रूरत नहीं है। BLO आपके घर पर तीन बार आकर चेक करेंगे। यह भी जरूरी नहीं है कि घर के सभी सदस्य उस वक्त मौजूद हों; घर का कोई भी सदस्य इस प्रक्रिया को पूरा कर सकता है। SIR का मकसद सूची को दुरुस्त करना है, न कि किसी का नाम काटना। नाम कटने की दशा में नागरिकता पर कोई सवाल नहीं उठता है और नाम आसानी से जुड़वाया जा सकता है।



