UP Ambulance Server Hack: उत्तर प्रदेश में 102 और 108 एंबुलेंस सेवा का सर्वर हैक हो जाने के बाद मरीजों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है। कुल 4470 एंबुलेंस इस तकनीकी गड़बड़ी से प्रभावित हुई हैं। सर्वर हैक होने के कारण मरीजों और एंबुलेंस चालकों को भेजे जाने वाले एसएमएस बंद हो गए, जिससे एंबुलेंस की लोकेशन और असाइनमेंट का मैसेज किसी को नहीं मिल पाया।
आशियाना कोतवाली में हुई F I R
ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज का कहना है कि कुछ घंटे एंबुलेंस सेवा पर असर पड़ा, लेकिन एसएमएस सेवा अभी भी पूरी तरह बहाल नहीं हुई है। यही वजह है कि मरीजों को यह पता नहीं चल पा रहा है कि कौन सी एंबुलेंस उनके लिए भेजी गई है और वह अभी कहां है। कंपनी ने इस घटना को गंभीर मानते हुए आशियाना कोतवाली में निजी एजेंसी मेसर्स एसएमएस वर्ल्ड के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
मरीज और चालक दोनों हुए परेशान
कंपनी के अनुसार, सिस्टम हैक होते ही एसएमएस भेजने की सुविधा रुक गई। सामान्य परिस्थितियों में जब मरीज एंबुलेंस के लिए कॉल करता है, तो कंपनी की ओर से मरीज और चालक दोनों को एक मैसेज भेजा जाता है जिसमें एंबुलेंस का नंबर और उसकी लोकेशन होती है। लेकिन सर्वर हैक होने के बाद न तो चालकों को सूचना मिली और न ही मरीजों को।
कंपनी ने बताया कि वे इस दौरान व्हाट्सएप और फोन कॉल के जरिए एंबुलेंस भेजने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि जरूरी सेवाएं रुकी न रहें। इसके बावजूद गर्भवती महिलाओं और गंभीर मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। कंपनी का दावा है कि कोशिश की जा रही है कि सभी जरूरतमंदों तक एंबुलेंस पहुंचाई जाए।
निजी एजेंसी पर लगे गंभीर आरोप
गुरुवार को कंपनी के एचआर हेड राज कमल ने निजी एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जानबूझकर एसएमएस सेवा को बंद किया गया और यह कदम कंपनी व सरकार की छवि खराब करने के इरादे से उठाया गया है। उनकी मानें तो इससे पहले भी संबंधित कंपनी ने अधिकृत हस्ताक्षर का गलत इस्तेमाल किया था।
यूपी में 108 सेवा के तहत 2200 और 102 सेवा के तहत 2270 एंबुलेंस चल रही हैं। 102 सेवा मुख्य रूप से गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाने और छोड़ने के लिए उपयोग होती है, जबकि 108 सेवा हादसों और मेडिकल इमरजेंसी के मरीजों के लिए है। आशियाना थाना प्रभारी छात्रपाल ने बताया कि एफआईआर के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है और सभी दस्तावेजों की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।



