Delhi Air Pollution: दिल्ली में बिगड़ती वायु गुणवत्ता को लेकर रविवार को इंडिया गेट पर सैकड़ों लोग जमा हुए और “स्वच्छ हवा का अधिकार” की मांग करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। माता-पिता, स्कूली बच्चे, पर्यावरण कार्यकर्ता और आम नागरिक हाथों में “साँस लेना भी मुश्किल”, “स्मॉग से आज़ादी” और “हवा नहीं जहर चाहिए?” जैसे पोस्टर लिए सरकार से तत्काल और मजबूत कार्रवाई की अपील कर रहे थे।
India Gate पर एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस ने बल प्रयोग किया, महिला प्रदर्शनकारियों को पुरुष अधिकारियों द्वारा दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा। पांच लोगों को उस समय हिरासत में लिया गया जब 50-60 प्रदर्शनकारियों का एक समूह दिल्ली की बिगड़ती वायु गुणवत्ता को उजागर करने और प्रदूषण संकट के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने के लिए इंडिया गेट पर एकत्र हुआ।
विरोध प्रदर्शन शाम करीब 4 बजे शुरू हुआ और पुलिस के बार-बार बलपूर्वक तितर-बितर करने की कोशिशों के बावजूद दो घंटे से ज़्यादा समय तक जारी रहा। प्रदर्शन में शामिल हिमखंड के क्रांति ने कहा, “हम दिल्ली सरकार का ध्यान बिगड़ती वायु गुणवत्ता की ओर आकर्षित करने के उद्देश्य से एक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के लिए इंडिया गेट पर एकत्र हुए थे। हमारी चिंताओं को सुनने के बजाय, पुलिस ने हमारे सदस्यों के साथ मारपीट की और आंदोलन को दबाने की कोशिश की।
पाँच लोगों को हिरासत में लेकर संसद मार्ग पुलिस थाने ले जाया गया। स्थानीय पुलिस थाने के साथ-साथ CRPF के रैपिड एक्शन फोर्स के जवान भी बड़ी संख्या में प्रदर्शन स्थल के आसपास तैनात थे। एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम अपनी माँगें शांतिपूर्ण तरीके से रख रहे थे। लेकिन भारी संख्या में तैनात पुलिस बल ने हमारी गतिविधियों को रोकने की कोशिश की।
प्रदर्शन के दौरान कुछ स्थानों पर हल्का तनाव भी देखा गया, जिसके बाद पुलिस ने अनुमति न होने का हवाला देते हुए कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया और उन पर सार्वजनिक स्थान पर बाधा उत्पन्न करने जैसे आरोप दर्ज किए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हर तीसरा बच्चा खराब हवा के कारण फेफड़ों की समस्या झेल रहा है और सरकार के “सतही उपायों” से अब काम नहीं चल सकता। उधर पुलिस का दावा है कि भीड़ बढ़ने और अव्यवस्था की आशंका के चलते उन्हें कार्रवाई करनी पड़ी। लगातार “गंभीर” स्तर पर पहुँच रहा AQI लोगों में डर और गुस्सा पैदा कर रहा है, जिसके बीच प्रदर्शनकारियों ने वायु संकट को स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने की भी मांग की है, ताकि दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के ठोस और दीर्घकालिक कदम तेजी से लागू किए जा सकें।
आंदोलन पर सरकार का जवाब
Delhi की CM रेखा गुप्ता ने कहा कि 271 वाटर स्प्रिंकलर चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और 2,000 Km लंबी सड़कों और प्रमुख हॉटस्पॉट पर लगभग एक लाख लीटर उपचारित पानी का छिड़काव कर रहे हैं। उन्होंने X पर लिखा, “प्रदूषण नियंत्रण के लिए, हमारी टीमें हर मोर्चे पर जमीनी स्तर पर कार्रवाई में लगी हुई हैं और पूरी तत्परता से काम कर रही हैं।







