Badaun school controversy: उत्तर प्रदेश के बदायूं स्थित चमेली देवी हायर सेकेंडरी स्कूल में एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ कुछ छात्राओं ने गैर-समुदाय के छात्रों पर उनकी पानी की बोतल में पेशाब मिलाकर बैग में रखने का आरोप लगाया है। छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि स्कूल के बाथरूम की दीवारों पर अश्लील मैसेज लिखे गए थे। स्कूल प्रबंधन द्वारा शिकायत पर कोई कार्रवाई न होने के बाद, परिवार वालों ने करणी सेना और विश्व हिंदू परिषद को सूचना दी, जिससे स्कूल में भारी हंगामा हुआ। इस मामले में पुलिस ने तीन अज्ञात छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और उनके परिवार से जुड़े चार लोगों को शांति भंग के तहत गिरफ्तार किया है।
प्रकरण पर ऐक्शन और जांच
छात्राओं ने आरोप लगाया था कि उनकी पानी की बोतल में पेशाब मिलाने के अलावा छात्रों ने उनके बैग में बोतल रख दी थी। छात्राओं ने स्कूल प्रबंधन से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिवार वालों द्वारा हस्तक्षेप करने पर भी स्कूल ने ‘बच्चों को समझाने’ का आश्वासन देकर टाल दिया। इसके बाद परिवार वालों ने करणी सेना के नगर अध्यक्ष शिवसेवक गुप्ता और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को सूचना दी, जिससे स्कूल में तनाव और हंगामा बढ़ गया।
करणी सेना के नगर अध्यक्ष शिवसेवक गुप्ता की तहरीर पर Badaun पुलिस ने तीन अज्ञात छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इसके अलावा, पुलिस ने चार लोगों को शांति भंग में गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर इन छात्रों के परिवारों से जुड़े हैं।
स्कूल प्रबंधन और करणी सेना के आरोप-प्रत्यारोप
इस घटनाक्रम के दौरान स्कूल में हंगामा हुआ और स्कूल प्रबंधन ने भी करणी सेना पर आरोप लगाए हैं। स्कूल प्रबंधक विनोद कुमार ने करणी सेना के नगर अध्यक्ष शिवसेवक गुप्ता पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे करीब 150 लोगों के साथ स्कूल में घुस आए, स्टाफ से अभद्रता की और कुछ छात्रों के साथ मारपीट भी की। प्रबंधक ने यह भी कहा कि इन लोगों ने जबरन घंटी बजाकर स्कूल की छुट्टी कर दी। प्रबंधक की ओर से भी पुलिस को तहरीर दी गई है।
तीन सदस्यीय समिति करेगी प्रकरण की जांच
Badaun के चमेली देवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में हुए इस प्रकरण पर जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) लालजी यादव ने संज्ञान लिया है। उन्होंने इस पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित करने का निर्णय लिया है।
Badaun डीआईओएस यादव ने बताया कि समिति में जीआईसी Badaun के प्रधानाचार्य गुलनवाज आलम, जीजीआईसी बदायूं की प्रधानाचार्य अल्पना कुमार, और राजकीय हाईस्कूल खुनक की प्रधानाचार्य नूतन को शामिल किया गया है। समिति की जांच रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। डीआईओएस ने मौखिक आदेश जारी कर दिया है और आज (सोमवार को) कार्यालय खुलने पर इस संबंध में आधिकारिक आदेश जारी कर दिया जाएगा।








