अगर आप चाहते हैं कि सर्दियों में भी बाज़ार से मिर्च लेने की झंझट न हो, तो आप आसानी से अपने आंगन के गमले में ही हरी मिर्च उगा सकते हैं। सही मिट्टी, गमला और देखभाल से आप जल्द ही ताज़ी — और केमिकल‑मुक्त — मिर्चों का आनंद ले सकते हैं।
मिट्टी और गमले की तैयारी
- सबसे पहले, हल्की, भुरभुरी और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी चुनें। इसके लिए आप सामान्य मिट्टी, गोबर खाद (या वर्मी कंपोस्ट) और थोड़ी रेत मिलाकर मिश्रण तैयार करें।
- गमले का आकार कम‑से‑कम 12 इंच और पर्याप्त गहराई वाला होना चाहिए, ताकि पौधे की जड़ें आसानी से फैल सकें। गमले के नीचे ड्रेनेज होल होना ज़रूरी है ताकि ज़्यादा पानी रुके नहीं।
बीज या पौधा लगाना
आप बाज़ार से तैयार पौधा ला सकते हैं या घर में उपयोग की गई पकी मिर्च के बीजों का उपयोग भी कर सकते हैं। अगर बीज बो रहे हैं, तो उन्हें मिट्टी में लगभग आधा से एक इंच गहराई में रखें। दो‑तीन बीज एक गमले में रखें, ताकि अंकुरण का मौका बढ़ जाए। उसके बाद हल्की मिट्टी से ढक दें और मिट्टी को हल्का गीला करें।
धूप, पानी और देखभाल
हरी मिर्च के पौधे को प्रतिदिन कम‑से‑कम 4–6 घंटे धूप मिलनी चाहिए। इससे पौधा अच्छी तरह बढ़ेगा और फल देगा। मिट्टी को नियमित रूप से नम रखें, लेकिन पानी ज्यादा नहीं करना चाहिए। जल भराव से जड़ों को नुकसान हो सकता है। हर 15–20 दिन में पौधे को खाद देना फायदेमंद होता है — इससे मिट्टी पोषक तत्वों से भरपूर रहेगी और पौधा मजबूत बनेगा।
कब और क्यों करें गमले में हरी मिर्च की खेती
यदि आपके पास बगीचे या जमीन नहीं है, तो गमले में हरी मिर्च उगाना सबसे आसान और व्यावहारिक तरीका है। इस तरह से उगाई हुई मिर्च ताज़ी, स्वच्छ और रसायन‑मुक्त होती है — जो आपके भोजन का स्वाद और पौष्टिकता दोनों बढ़ाती है।
गमले में हरी मिर्च उगाना कठिन नहीं है — बस सही मिट्टी, गमला, धूप और नियमित देखभाल चाहिए। चाहे आप शुरुआत कर रहे हों या पहले से पौधा लगा रखा हो, इन सरल विधियों को अपनाकर आप अपने घर में ही ताज़ी मिर्च प्राप्त कर सकते हैं और बार‑बार बाजार जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।








