सर्दियों में पौष्टिक और ताजगी से भरपूर सब्जियों की मांग बढ़ जाती है। ऐसे में पालक घर पर उगाना एक आसान और स्वास्थ्यवर्धक तरीका है। पालक न केवल विटामिन A, C और K से भरपूर होता है बल्कि इसमें आयरन और फाइबर भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। यदि आप चाहते हैं कि कुछ ही हफ्तों में आपका गमला हरी-भरी पत्तियों से भर जाए, तो घर पर पालक उगाने की यह सरल विधि अपनाई जा सकती है।
पालक ठंडी और हल्की धूप वाली जगह में अच्छे से उगता है। सर्दियों में बालकनी या खिड़की के पास गमला रखें, जहां सुबह की धूप सीधे पौधे तक पहुंचे। यदि तापमान बहुत कम हो, तो गमले को हल्के कपड़े या प्लास्टिक शीट से ढककर गर्म रखा जा सकता है।
मिट्टी और गमला तैयार करना
पालक के लिए हवादार और उर्वरकयुक्त मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। गमले में अच्छे जल निकास के लिए तल में छोटे पत्थर या कचरा डालें। मिट्टी में खाद मिलाकर इसे पोषक तत्वों से भरपूर बनाएं।
बीज बोने की विधि
पालक के बीज छोटे होते हैं। इन्हें गमले की सतह पर 1-2 सेंटीमीटर गहराई में बोएं। बीजों के बीच पर्याप्त दूरी रखें ताकि पत्तियाँ सही आकार में विकसित हो सकें। बोने के बाद मिट्टी हल्की सी पानी से गीली करें।
पानी और देखभाल
पालक को नियमित पानी की आवश्यकता होती है। मिट्टी को न तो सूखा रहने दें और न ही अधिक पानी से भिगोएं। सप्ताह में 2-3 बार हल्का पानी देना पर्याप्त होता है। साथ ही, पौधे को कीड़ों से बचाने के लिए नीम का घोल छिड़काव किया जा सकता है।
कटाई और संग्रहण
बीज बोने के 4-5 हफ्तों में छोटे-छोटे पत्तियाँ कटाई के लिए तैयार हो जाती हैं। ऊपर से पत्तियाँ काटें ताकि नीचे नए पत्तियाँ विकसित हों। कटाई के बाद पालक को फ्रिज में रखकर 2-3 दिन तक ताजा रखा जा सकता है।
पालक घर पर उगाना न केवल आसान है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। यह तरीका छोटे अपार्टमेंट और घर के सीमित स्थान में भी अपनाया जा सकता है। कुछ सरल स्टेप्स अपनाकर आप सर्दियों में ताजा और हरा-भरा पालक हमेशा उपलब्ध रख सकते हैं।










