लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने राजधानी और आसपास के इलाकों में करीब 3 लाख परिवारों को घर देने के लिए मेगा हाउसिंग प्लान तैयार किया है, जिसके तहत चार सरकारी मेगा टाउनशिप और सात प्राइवेट टाउनशिप प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी मिल चुकी है। आने वाले 2–3 साल में गोमतीनगर एक्सटेंशन से मोहनलालगंज और सरोजनीनगर तक “नया लखनऊ” बसाने की तैयारी है।
LDA का मेगा हाउसिंग ब्लूप्रिंट
LDA बोर्ड ने वेलनेस सिटी, नैमिष नगर, आईटी सिटी और वरुण विहार नाम की चार बड़ी टाउनशिप के लेआउट मंजूर कर दिए हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के तहत विकसित किया जाएगा। इन योजनाओं में हाई-राइज फ्लैट्स, विला, प्लॉटेड कॉलोनियां और लग्जरी हाउसिंग के जरिए 3 लाख से अधिक परिवारों के लिए आवास तैयार करने का लक्ष्य है। प्राधिकरण ने जमीनों का तेजी से बैनामा कर कब्जा लेना शुरू कर दिया है और सभी योजनाएं 2026 तक लॉन्च करने का रोडमैप तय किया गया है।
इसी के साथ शहीद पथ पर यूपी पुलिस मुख्यालय के पीछे गोमती नदी किनारे 43 एकड़ जमीन पर ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है, जहां 11 ग्रुप हाउसिंग और 1 व्यावसायिक भूखंड के साथ 15 प्रतिशत एरिया ग्रीन ज़ोन के रूप में विकसित होगा।
7 प्राइवेट टाउनशिप और मेट्रो–लिंक्ड डेवलपमेंट
उत्तर प्रदेश टाउनशिप नीति 2023 के तहत मोहनलालगंज और सरोजनीनगर क्षेत्र में दर्गाह ग्रीन्स, बाबा इंफ्रा, अविचल इंफ्रा, एसएमएपी बिल्डर्स, ओमैक्से और नीलेंद्रराज कंस्ट्रक्शंस सहित सात निजी डेवलपर्स को टाउनशिप लाइसेंस जारी किए गए हैं। इन कंपनियों ने 60% से अधिक जमीन पर मालिकाना हक ले लिया है और DPR को बोर्ड से मंजूरी मिल चुकी है, यानी ये प्रोजेक्ट भी जल्द लॉन्च होंगे।
LDA ने लखनऊ मेट्रो को “विशेष सुख–सुविधा परियोजना” के रूप में अधिसूचित करने का निर्णय लिया है, ताकि मेट्रो रूट पर बनने वाली बिल्डिंग्स पर विशेष शुल्क लगाकर प्राप्त धनराशि से मेट्रो के संचालन और विस्तार को दीर्घकालिक आधार मिल सके।
EWS फ्लैट और सैनिकों के लिए छूट
प्राधिकरण ने शारदा नगर योजना में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के लिए 1,100 फ्लैट बनाने का फैसला किया है और इसके लिए लेआउट में अलग से ज़मीन आरक्षित कर दी गई है। साथ ही, मेडल विजेता सैनिकों और पैरा–मिलिट्री जवानों को LDA की सभी योजनाओं में फ्लैट खरीद पर 7.5% की विशेष छूट देने की घोषणा की गई है, ताकि आवास योजनाओं में उनकी भागीदारी बढ़ सके।
अधिकारियों के अनुसार, इन सरकारी और निजी टाउनशिप प्रोजेक्ट्स से लखनऊ को “सिटी ऑफ ड्रीम्स” की तरह विकसित करने, हर आय वर्ग को घर उपलब्ध कराने और शहर के शहरी विस्तार का नया मॉडल पेश करने का लक्ष्य है।



