IPL 2026 Mini Auction Updates: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2026 का बहुप्रतीक्षित मिनी ऑक्शन अबू धाबी में संपन्न हुआ। इस ऑक्शन में कुल 369 खिलाड़ियों पर बोली लगी। फ्रेंचाइज़ियों ने अपनी रणनीति के तहत टीमों को मजबूत करने के लिए खुलकर पैसा खर्च किया। इस मिनी ऑक्शन में कई बड़े रिकॉर्ड बने और कई चौंकाने वाले फैसले भी देखने को मिले।
ऑक्शन की सबसे बड़ी बोली कोलकाता नाइट राइडर्स ने लगाई। टीम ने ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन को 25 करोड़ 20 लाख रुपये में खरीदा। यह आईपीएल इतिहास में किसी विदेशी खिलाड़ी के लिए अब तक की सबसे बड़ी बोली मानी जा रही है। इसके बाद दूसरी सबसे बड़ी बोली भी कोलकाता ने ही लगाई, जब श्रीलंकाई तेज गेंदबाज़ मथीशा पथिराना को 18 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा।
अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों पर जमकर लगा पैसा
इस मिनी ऑक्शन में अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों की किस्मत भी चमकी। उत्तर प्रदेश के 20 वर्षीय लेफ्ट आर्म स्पिनर प्रशांत वीर और राजस्थान के 19 वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज़ कार्तिक शर्मा को चेन्नई सुपर किंग्स ने 14.20 करोड़ रुपये में खरीदा। खास बात यह रही कि दोनों खिलाड़ियों का बेस प्राइस सिर्फ 30 लाख रुपये था। इसके साथ ही ये दोनों आईपीएल ऑक्शन के इतिहास में सबसे ज्यादा रकम पाने वाले अनकैप्ड खिलाड़ी बन गए।
बड़े नाम और उनकी खरीद-फरोख्त
इस ऑक्शन में कई जाने-माने खिलाड़ियों पर भी नजर रही। डेविड मिलर को दिल्ली कैपिटल्स ने 2 करोड़ रुपये में खरीदा। क्विंटन डी कॉक मुंबई इंडियंस के साथ 1 करोड़ रुपये में जुड़े। जेसन होल्डर को गुजरात टाइटंस ने 7 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल किया। वहीं, मुस्तफिज़ुर रहमान को कोलकाता नाइट राइडर्स ने 9.2 करोड़ रुपये में खरीदा।
कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे, जो पहले राउंड में अनसोल्ड रहे लेकिन दूसरे राउंड में उन्हें टीम मिल गई। इनमें राहुल चाहर, लियाम लिविंगस्टोन, जोश इंग्लिस और बेन ड्वारशुइस जैसे नाम शामिल हैं।
कई दिग्गज खिलाड़ी रहे अनसोल्ड
ऑक्शन में कई बड़े नाम ऐसे भी रहे, जिन पर किसी भी टीम ने दांव नहीं लगाया। डेवोन कॉनवे, जॉनी बेयरस्टो, दीपक हुड्डा, महीश तीक्षाना और मुजीब उर रहमान जैसे खिलाड़ी अनसोल्ड रह गए। इसके अलावा कई युवा और घरेलू खिलाड़ियों को भी इस बार कोई खरीदार नहीं मिला।
टीमों की रणनीति ने खींचा ध्यान
IPL 2026 मिनी ऑक्शन से साफ हो गया कि फ्रेंचाइज़ियां अब युवा भारतीय खिलाड़ियों और मैच जिताने की क्षमता रखने वाले विदेशी खिलाड़ियों पर ज्यादा भरोसा जता रही हैं। कोलकाता, चेन्नई और दिल्ली की रणनीति सबसे ज्यादा चर्चा में रही।



