Strictness in Practical Exams: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने यूपी बोर्ड परीक्षा 2026 को लेकर कई अहम बदलाव किए हैं। इन बदलावों का मकसद परीक्षा व्यवस्था को ज्यादा साफ, ईमानदार और पारदर्शी बनाना है। खास तौर पर इंटरमीडिएट यानी 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाओं में इस बार किसी भी तरह की लापरवाही या मनमानी की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी जाएगी।
बोर्ड की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार, इंटरमीडिएट की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 24 जनवरी से 9 फरवरी 2026 के बीच कराई जाएंगी। सभी परीक्षा केंद्रों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी, ताकि छात्रों के अंकों में किसी तरह की गड़बड़ी न हो सके। बोर्ड का साफ कहना है कि इस बार नियमों का पालन हर हाल में कराया जाएगा।
यूपी बोर्ड ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि कक्षा 12वीं की सभी प्रैक्टिकल परीक्षाएं अब सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में ही होंगी। परीक्षा के दौरान पूरी रिकॉर्डिंग की जाएगी और इसे सुरक्षित रखा जाएगा। जरूरत पड़ने पर यह रिकॉर्डिंग बोर्ड को भी उपलब्ध करानी होगी। बोर्ड सचिव ने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं कि परीक्षा केंद्रों पर कैमरों की व्यवस्था पहले से ठीक कर ली जाए। नकल या किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस बार प्रैक्टिकल परीक्षा के अंक भी पहले की तरह कागजों में नहीं, बल्कि एक खास मोबाइल एप के जरिए दर्ज किए जाएंगे। बोर्ड ने इसके लिए अलग से एक एप तैयार कराया है। परीक्षा ड्यूटी पर तैनात परीक्षक अपने मोबाइल फोन में इस एप को डाउनलोड करेंगे। परीक्षा से पहले उन्हें एप का लिंक और लॉगिन पासवर्ड दिया जाएगा।
एप की खास बात यह है कि परीक्षक केवल परीक्षा केंद्र के 200 मीटर के दायरे में रहकर ही अंक अपलोड कर सकेंगे। यह एप लोकेशन ट्रैकिंग सिस्टम से जुड़ा होगा, जिससे यह साफ पता चल सकेगा कि अंक सही जगह से ही डाले गए हैं। इसी एप के जरिए किसी भी तरह की शिकायत भी दर्ज की जा सकेगी।
बोर्ड ने यह भी बताया है कि प्रैक्टिकल परीक्षाएं दो चरणों में कराई जाएंगी। जिस तरह लिखित परीक्षाओं में सख्ती रहती है, उसी तरह इस बार प्रयोगात्मक परीक्षाओं में भी कड़ी निगरानी होगी। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि सभी छात्रों को उनकी मेहनत के अनुसार सही अंक मिल सकें।
इंटरमीडिएट में नैतिक शिक्षा, योग, खेल और शारीरिक शिक्षा जैसे विषयों के अंक विद्यालय के प्रधानाचार्य सीधे बोर्ड की वेबसाइट पर ऑनलाइन अपलोड करेंगे। वहीं हाईस्कूल की प्रयोगात्मक परीक्षाएं विद्यालय स्तर पर आंतरिक मूल्यांकन और प्रोजेक्ट के आधार पर होंगी। हाईस्कूल में भी इन्हीं विषयों के अंक प्रधानाचार्य ऑनलाइन अपलोड करेंगे। बोर्ड की वेबसाइट 10 जनवरी 2026 से अंक अपलोड करने के लिए खोल दी जाएगी।


