Rehan Vadra Engagement: कांग्रेस महासचिव और केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी के बेटे रेहान वाड्रा ने अपनी गर्लफ्रेंड अवीवा बेग से सगाई कर ली है। इस रिश्ते की पुष्टि परिवार के करीबी और उच्च पदस्थ सूत्रों ने की है। बताया गया है कि यह सगाई बेहद सादगी और निजी माहौल में हुई, जिसमें केवल परिवार के चुनिंदा सदस्य और करीबी लोग ही शामिल थे।
सात साल पुराना रिश्ता, अब मिला नया नाम
सूत्रों के अनुसार, रेहान और अवीवा पिछले करीब सात सालों से एक-दूसरे को जानते और समझते हैं। हाल ही में रेहान ने अवीवा को शादी के लिए प्रपोज किया, जिसे उन्होंने खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया। दोनों परिवार इस रिश्ते से पूरी तरह सहमत हैं और एक-दूसरे के काफी करीब भी माने जाते हैं।
रणथम्भौर में हुआ सगाई समारोह
जानकारी के मुताबिक, सगाई का आयोजन राजस्थान के रणथम्भौर में किया गया। यह कार्यक्रम पूरी तरह निजी रखा गया था, ताकि परिवार इस खास पल को शांति और सादगी के साथ मना सके। शादी की तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन बताया जा रहा है कि दोनों परिवार मिलकर जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे। संभावना है कि शादी कुछ महीनों के भीतर होगी।
अवीवा बेग का पारिवारिक और पेशेवर परिचय
रेहान की मंगेतर अवीवा बेग दिल्ली की रहने वाली हैं। उनके पिता इमरान बेग एक सफल कारोबारी हैं, जबकि मां नंदिता बेग जानी-मानी इंटीरियर डिजाइनर हैं। नंदिता बेग और प्रियंका गांधी लंबे समय से अच्छी दोस्त हैं। दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ की साज-सज्जा में भी नंदिता बेग ने प्रियंका गांधी के साथ काम किया है।
बचपन से साथ, पढ़ाई भी एक ही स्कूल में
रेहान और अवीवा की दोस्ती बचपन से ही है। कहा जाता है कि दोनों तब से एक-दूसरे को जानते हैं, जब वे अपनी मां की गोद में खेला करते थे। आगे चलकर उनकी शुरुआती पढ़ाई भी एक ही स्कूल में हुई, जिससे उनका रिश्ता और मजबूत होता चला गया।
फोटोग्राफी से जुड़ा है दोनों का शौक
रेहान वाड्रा और अवीवा बेग दोनों को फोटोग्राफी का गहरा शौक है। रेहान एक विजुअल आर्टिस्ट हैं और ‘डार्क परसेप्शन’ नाम से अपनी सोलो फोटोग्राफी प्रदर्शनी भी कर चुके हैं। कोलकाता में उनकी प्रदर्शनी को काफी सराहा गया था। वहीं, अवीवा भी फोटोग्राफी में रुचि रखती हैं।
राजनीति से दूर रहना पसंद करते हैं रेहान
हालांकि रेहान को अक्सर अपनी मां प्रियंका गांधी के साथ देखा जाता है, लेकिन वे राजनीति से दूरी बनाए रखते हैं। वे अपने रचनात्मक काम और कला की दुनिया में ही सक्रिय रहना पसंद करते हैं।



