नई दिल्ली: पाकिस्तान में लगातार चली सियासी अटकलों पर शनिवार-रविवार की दरम्ययानी रात आखिरकार विराम लग ही गया। नेशनल असेंबली में संयुक्त विपक्ष की ओर से पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के बाद इमरान खान सरकार गिर गई। सत्तारूढ़ सरकार के सांसदों की गैरमौजूदगी में हुई वोटिंग में इमरान सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 174 वोट डाले गए। यानी इमरान यह लड़ाई हार गए।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने इमरान सरकार को झटका देते हुए डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी के फैसले को पलट दिया था और नेशनल असेंबली में 9 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराने का आदेश दिया था। शनिवार को नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराने से स्पीकर असद कैसर ने इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराकर इमरान खान के साथ थोखा नहीं कर सकते। कैसर ने कहा कि इसके लिए वह कोई भी सजा भुगतने को तैयार हैं। स्पीकर ने कहा कि उनका इमरान खान के साथ 30 साल का रिश्ता है, इसलिए, वह उन्हें बाहर करने के लिए मतदान की अनुमति नहीं दे सकते।
इसके बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के नेता मुस्तफा नवाज ने बयान दिया कि अगर नेशनल असेंबली के स्पीकर पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं करते हैं तो आर्मी चीफ बाजवा को अपनी भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि इमरान खान देश को अराजकता और संकट की ओर धकेल रहे हैं। सभी संस्थानों को संविधान, संसद और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ खड़ा होना होगा। बाद में नेशनल असेंबली के सेक्रेटरी ने स्पीकर को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराने की सलाह दी। सेक्रेटरी ने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो अर्टिकल 6 सभी पर लागू होगा। बता दें कि आर्टिकल 6 के अनुसार अगर कोई भी आदमी संविधान के खिलाफ जाता है और असंवैधानिक तरीके से सरकार चलाने की कोशिश करता है तो इसे देशद्रोह माना जाता है।
पाक मीडिया के हवाले से जानकारी दी गई कि अगर रात 12 बजे तक अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं होती है तो फिर इमरान खान, स्पीकर और डिप्टी स्पीकर को गिरफ्तार किया जा सकता है। इस सूचना के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थक लाहौर में सड़कों पर उतर आए। उधर, इमरान खान ने कहा कि हार नहीं मानूंगा और अपने खिलाफ विदेशी साजिश को नाकाम कर दूंगा। पाकिस्तान के पीएम ने आगे अपने बयान में कहा, ‘मुझे जेल हो सकती है, लेकिन मैं आखिरी गेंद तक अपने देश के लिए लड़ता रहूंगा।’
वोटिंग न कराने की जिद पर अड़े पाकिस्तान नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर और डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। नेशनल असेंबली में PML-N के सांसद अयाज सादिक को स्पीकर का चार्ज दिया गया और फिर अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग शुरू हुई। वोटिंग की प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही इमरान खान की पार्टी के सभी सांसद सदन के बाहर निकल गए। वहीं, इमरान खान तो मौजूद ही नहीं रहे। खबर थी कि इमरान को नजरबंद कर दिया गया है।
पाकिस्तान के नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग शुरू हुई। नतीजे में संयुक्त विपक्ष को 174 सदस्यों का समर्थन मिला, जो प्रधानमंत्री को हटाने के लिए जरूर बहुमत 172 से अधिक है। बता दें कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य होते हैं। अब PML-N के नेता शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। सदन के स्पीकर ने बताया कि सोमवार को शाहबाज को सदन का नया नेता चुना जाएगा।