Ukraine Crisis: यूक्रेन की राजधानी कीव पर भले ही रूस की बमबारी रुक गई हो ,लेकिन युद्ध का असर नजर आ रहा है।राजधानी समेत पूरे देश में मार्शल लॉ लागू कर दिया गया है। जिसके तहत इंधन की राशनिंग शुरू हो गई है अब किसी भी व्यक्ति को अपने वाहन में भरवाने के लिए 10 लीटर से ज्यादा डीजल या पेट्रोल नहीं दिया जा रहा।
यही वजह है कि राजधानी में कई किलोमीटर लंबी कतारें लग चुकी है। पेट्रोल पंप पर तेल भरवाने के लिए लोगों को कई कई घंटों का इंतजार करना पड़ रहा है ,जबकि 80% पेट्रोल पंप में इंजन मिलना ही बंद हो चुका है।
राजधानी में भूखे नागरिक
इंसान के साथ-साथ खाद्यान्न की दिक्कत भी यूक्रेन के सामने खड़ी हो गई है जबकि यूक्रेन को विश्व में गेहूं सप्लाई करने वाला सबसे प्रमुख देश माना जाता था। अब राजधानी की में युद्ध प्रभावित क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, जिनके पास खाद्यान्न नहीं है। लिहाजा यूएन और यूक्रेन की सरकार ने मिलकर एक एप्लीकेशन बनाई है। जिसके जरिए कोई भी नागरिक चाहे वह यूक्रेन से बाहर भी रहता हो, जरूरतमंद लोगों तक ग्रॉसरी खरीद कर पहुंचा सकता है।
इसी एप्लीकेशन के जरिए खाना पहुंचाने की पहल का जायजा लिया न्यूज़ नेशन ने ,यह बुजुर्ग महिला डॉनबाज क्षेत्र से आई है, जिसका घर रूस के हमले में तबाह हो गया है, शहर रूस के कब्जे में है और अब इस एप्लिकेशन के जरिए ऐसी हजारों लोगों तक खाना पहुंचाया जा रहा है।
(BY: VANSHIKA SINGH)