Delhi News Arvind Kejriwal: कई वर्षो पहले जब हम और आप अपने बचपन के दिनों में थे, और तब जब हमें खेलने जाना होता था तब हमारे घर के बड़े-बुज़ुर्ग न सिर्फ हमें रोकते थे बल्कि हमें पढ़ने के लिए उत्साहित भी करते थे.
साथ ही एक काफी प्रचलित पंक्ति ‘पढोगे, लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे, कूदोगे तो होंगे खराब’ भी बोलते थे. क्योंकि उस समय खेल का कोई ‘स्कोप’ नहीं था, और खेल में काफी ऊँचे स्तर पर पहुंचना भी काफी मुश्किल होता था। ‘
लेकिन अब बदलते दौर के साथ ये कहावत भी बदल गई है। अब जितने पढ़ाई और खेल दोनों से ही व्यक्ति नवाब बन सकता है। इसी कड़ी में दिल्ली सरकार ने भी एक बेहद सराहनीय फैसला लिया है, जिससे उन छात्रों को काफी सुविधा होंगी जो खेल के साथ साथ पढाई को भी बराबर रखना चाहते है।
अब खेलो में भी स्नातक डिग्री
दिल्ली के सीएम अरविंद केज्रिवालने ने देश के खिलाड़ियों को बड़ा तोहफा दिया है। भारत में पहली बार दिल्ली में खेलों की डिग्री मिलेगी। इसके लिए दिल्ली सरकार ने स्पोर्टस यूनिवर्सिटी स्थापित करने का निर्णय लिया है। जिसे दिल्ली सरकार की कैबिनेट ने बृहस्पतिवार को मंजूरी दे दी है।
इसकी घोषणा मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता के दौरान की। इस यूनिवर्सिटी से स्कूल से लेकर पीएचडी तक की डिग्री दी जाएगी। इस यूनिवर्सिटी का निर्माण मुंडका में 90 एकड़ जमीन पर किया जाएगा। देश के किसी जानेमाने खिलाड़ी को बनाएंगे वाईस चांसलर।
CM Arvind Kejriwal ने दी जानकारी
मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने ट्वीट कर जानकारी दी, ‘दिल्ली सरकार ने आज युवाओं के लिए एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। मुंडका में देश की पहली ऐसी यूनिवर्सिटी खोली जाएगी जिसमें खिलाड़ियों को अपने खेल की क्षमता पर डिग्री मिल पाएगी। देश मे पहली बार खेल को मेनस्ट्रीम हायर एजुकेशन का हिस्सा बनाया जा रहा है।’
अब खिलाड़ियों को अलग से पढ़ाई करने की जरूरत नहीं
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि अभी तक देश के खिलाड़ियों के लिए व्यवस्था यह थी कि वह किसी खेल में कुछ भी हासिल कर लें, आकादमीक रूप से उन्हें अलग से पढ़ाई करनी पड़ती थी। ऐसा न करने पर वह किसी नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर पाते थें। इसका समाधान दिल्ली सरकार ने कर दिया है।
अब खिलाड़ियों को किसी और डिग्री की आवश्यकता नहीं है। उन्हें खेल पर्फारमेंस के आधार पर ही डिग्री मिल जाएगी। खेल में भविष्य बनाने वाले युवा भी अब सिविल सेवा जैसी परिक्षाएं दे पाएंगे। इसके यूनिवर्सिटी के तहत आने वाले कोर्स के लिए विशेषज्ञों की टीम बनेगी।