Draupadi Murmu Oath Ceremony: नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज सोमवार को देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ लेंगी ।द्रौपदी मुर्मू आज से भारत देश की 15वीं राष्ट्रपति बन रही हैं. सोमवार को ही उनका शपथ ग्रहण समारोह भी है, जिसमें देश के गणमान्य शामिल होंगे. द्रौपदी मुर्मु भारत के इतिहास में पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन रही हैं. वो दूसरी महिला हैं, जो देश के सर्वोच्च पद तक पहुंची हैं. द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव 2022 में संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराया. उन्हें 60 फीसदी से भी ज्यादा वोट मिले. बता दें कि निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 24 जुलाई को देश को संबोधित किया. उन्होंने देशवासियों को राष्ट्र निर्माण में जुट जाने को कहा.
सुबह 10 बजे शपथ ग्रहण करेंगी द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू का शपथ ग्रहण समारोह आज सुबह करीब सवा 10 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में होगा, जहां प्रधान न्यायाधीश एनवी रमणा उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाएंगे। इसके बाद द्रौपदी मुर्मू को 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। गौरतलब है कि राष्ट्रपति ही देश की तीनों सेनाओं का सुप्रीम कमांडर होता है, इसलिए प्रत्येक नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाती है। 21 तोपों की सलामी दिए जाने के बाद राष्ट्रपति का संबोधन होगा।
संसद के केंद्रीय कक्ष में समारोह के समापन पर राष्ट्रपति, ‘राष्ट्रपति भवन’ के लिए रवाना होंगी, जहां उन्हें ‘इंटर-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया जाएगा और निवर्तमान राष्ट्रपति का शिष्टाचार सम्मान किया जाएगा। आपको बता दें कि मुर्मू ने गुरुवार को विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराकर इतिहास रचा था। मुर्मू को सांसदों और विधायकों के 64 प्रतिशत से अधिक वोट मिले और उन्होंने भारी मतों के अंतर से चुनाव जीता। मुर्मू को सिन्हा के 3,80,177 वोटों के मुकाबले 6,76,803 वोट मिले।
शपथ ग्रहण में पहन सकती हैं संथाली साड़ी
द्रौपदी मुर्मू आज सोमवार को पारंपरिक संथाली साड़ी पहन कर शपथ ग्रहण कर सकती हैं। कहा जा रहा है कि मूर्मू की भाभी सुकरी टुडू पूर्वी भारत में संथाल समुदाय की महिलाओं द्वारा पहनी जाने वाली एक खास साड़ी लेकर दिल्ली आ रही हैं। उन्होंने बताया कि, वे उनके लिए पारंपरिक संथाली साड़ी ला रही हैं और उम्मीद जताई कि वह शपथ ग्रहण समारोह के दौरान इसे पहनेंगी। आपको बता दें कि द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समाज से आती हैं और देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचने वाली प्रथम आदिवासी महिला हैं।