Delhi Politics: जुबानी जंग से नहीं बनी बात तो पोस्टर से शुरू हुआ वार, मोदी से देश बचाओं की जगह अब शिक्षा पर उठाए सवाल

वो कहावत तो आपने सुनी होगी बहती गंगा में हाथ धूलना, पहले राहुल गांधी, फिर ममता बनर्जी और अब अरविंद केजरीवाल। सारा विपक्ष एक साथ हो रहा है, ताकि बीजेपी को बाहर का रास्ता दिखाया जा सके। लेकिन कहावत तो आपने ये भी सुनी होगी, लोग गिराने की कोशिश भी उन्हीं को करते हैं जिनकी उड़ान लंबी होती है। खैर ये बात तो बाद की है। मुद्दा ये हैं कि एक बार फिर से दिल्ली में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच पोस्टर वॉर सिलसिला फिर से शुरू हो गया है। इस बार आम आदमी पार्टी ने पीएम के खिलाफ बड़े पैमाने पर पोस्टर लगाए हैं। जिसमें लिखा है क्या भारत के पीएम पढ़े लिखे होने चाहिए? आम आदमी पार्टी ने कहा था कि पीएम के खिलाफ यह पोस्टर 11 भाषाओं में पूरे देश भर में लगाए जाएंगे।

आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को लेकर फिर लगाए पोस्टर

आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को लेकर यह पोस्टर लगाए हों। उसने हाल ही के कुछ दिन पहले पीएम के खिलाफ पूरी दिल्ली में पोस्टर लगाए गए थे। जिसमें लिखा गया था कि “मोदी हटाओं देश बचाओं” बता दें कि इसको लेकर दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में करीब 100 एफ आई आर दर्ज कराई थी। जिसमें छ: को गिरफ्तार भी किया गया था।

दरअसल, मोदी हटाओ देश बचाओ के पोस्टर के बाद आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने जंतर मंतर पर सैकड़ों की संख्य़ा में आप कार्यकर्ताओं को शामिल कर कार्यक्रम किया था जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत माना भी शामिल हुए थे। मोदी हटाओ देश बचाओ के पोस्टर लगने के बाद बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा और आशीष सूद ने भी आम आदमी पार्टी के खिलाफ पोस्टर लगाए थे। उस पोस्टर में दिल्ली के मुख्यमंत्री की तस्वीर थी जिसमे लिखा था- ‘अरविंद केजरीवाल को हटाओ, दिल्ली बचाओ।

देशभर में 11 अलग-अलग भाषाओं में लगे पोस्टर

वहीं आज आप पार्टी पूरे देशभर में 11 अलग-अलग भाषाओं में इसी तरह के पोस्टर लगा रही है। इस तरह के पोस्टर छापकर पार्टी की राज्य इकाईयों को भेज दिए गए हैं। अब इन विवादित पोस्टर्स को बीजेपी ने माहौल खराब करने की कोशिश बताया है। आप और बीजेपी के नेता लगातार एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं. इस वजह से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की राजनीति गर्मा गई है।

Exit mobile version