Sunday, June 29, 2025
  • उत्तर प्रदेश
    • मेरठ
    • गाजियाबाद
    • नोएडा
    • लखनऊ
    • बरेली
    • प्रयागराज
    • वाराणसी
    • गोरखपुर
    • कानपुर
    • आगरा
  • उत्तराखंड
  • एडिटर चॉइस
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल खबर
  • विदेश
  • हेल्थ
  • बड़ी खबर
  • Login
news 1 india
  • महाकुंभ 2025
  • राष्ट्रीय
  • उत्तर प्रदेश
  • उत्तराखंड
  • वेब स्टोरीज
  • मनोरंजन
  • खेल
  • वीडियो
  • धर्म
  • टेक्नोलॉजी
  • लाइफस्टाइल
  • राज्य
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • पंजाब
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • राजस्थान
Live TV
No Result
View All Result
news 1 india
Home Latest News

Christmas 2024: कौन थी अकबर की वो ‘लैला’, जिसकी चाहत में मुगल बादशाह ने भारत में बनवाया पहला चर्च

Christmas Day 2024: मुगल बादशाह अकबर ने यूपी के आगरा में बनवाया था उत्तर भारत का पहला चर्च, बेगम मरियम करने आती थी इबादत, क्रिसमस में उमड़ा जनसैलाब।

Vinod by Vinod
December 26, 2024
in Latest News, TOP NEWS, आगरा, उत्तर प्रदेश, धर्म
0
Christmas 2024: कौन थी अकबर की वो ‘लैला’, जिसकी चाहत में मुगल बादशाह ने भारत में बनवाया पहला चर्च
101
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

Related posts

UPI Transfer

बिना इंटरनेट और डेटा के पैसे करें ट्रांस्फर, जानिए सबसे आसान तरीका!

June 29, 2025
Whatsapp New Feature

एकसाथ पढ़ पाएंगे ढेरों मैसेज! WhatsApp का नया धमाकेदार फीचर लॉन्च

June 29, 2025

आगरा ऑनलाइन डेस्क। दुनिया भर में क्रिसमस पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। प्रभु ईसा मसीह के जन्म पर भारत के अलावा दुनिया के कई देशों के लोग जश्न में डूबे हैं। क्रिसमस का आगाज 25 दिसंबर को हुआ और अगले कई दिनों तक लोग त्योहार को मनाएंगे। पर क्या आपको पता है कि मुगलों के जमाने में भी भारत में क्रिसमस मनाया जाता था। जी हां, उत्तर भारत का सबसे पुराना चर्च आगरा वजीरपुरा में मौजूद है, जिसे अकबर चर्च के नाम जाना जाता है। अबकर के शासनकाल के दौरान क्रिसमस पर्व मनाया जाता था। खुद मुगल बादशाह अपने दरबारियों के साथ चर्च में आता और ईसाई समाज के मिलकर पर्व को मनाता।

बेगम मरियम की इबादत के लिए बनवाया चर्च

मुगलों के शासनकाल के वक्त आगरा मुगल सम्राटों की राजधानी रहा। उस दौर में आगरा आने वाले यूरोपीय लोग इस शहर का ग्लैमर देखकर आश्चर्य में पड़ जाते थे। आगरा के इतिहास का राजकिशोर राजे अपनी किताब तवारीख़ -ऐ- आगरा में लिखते हैं, अकबर ने अपनी बेगम मरियम की इबादत के लिए आगरा में चर्च बनवाया था। इतिहासकार बताते हैं कि लाहौर से एक पादरी जेसुइट जेविरयर आगरा पहुंचे थे। पादरी ने इच्छा जाहिर की थी उसे शहर में एक स्थान दिया जाए जहां वह प्रभु ईसा मसीह की इबादत कर सकें। तब अकबर ने मरियम के कहने पर उस पादरी को यह जगह वजीरपुरा में मुहैया कराई थी। जहां पर यह चर्च बनाया गया है। उत्तर भारत का सबसे पुराना चर्च है जो ताजमहल से भी पुराना है।

ईसाई धर्म गुरुओं को आमंत्रित किया

अकबर अपनी बेगम से बेइंतहा मोहब्बत करते थे। मरियम के कहने पर उन्होंने चर्च के निर्माण को लेकर अपने दरबार में ईसाई धर्म गुरुओं को आमंत्रित किया था और आगरा में एक चर्च बनाने की भी अनुमति दी थी। इसमें इतने भारी घंटे लगाए गए थे। जहांगीर के शासनकाल में इनमें से एक घंटा गिर गया था तो उसे एक हाथी अकेले खींचकर सिटी कोतवाली तक नहीं ले जाया पाया था। अकबर और उसके बेटे जहांगीर, दोनों के ही शासनकाल में क्रिसमस मनाया जाता था और इस मौके पर आगरा किले में पारंपरिक रूप से रात्रिभोज का आयोजन होता था। इतिहासकारों ने लिखा है कि क्रिसमस की सुबह अकबर अपने दरबारियों के साथ चर्च आता था, जहां गुफा में ईसा मसीह के जन्म की झांकी सजाई जाती थी। लोगों के साथ क्रिसमस पर्व मनाता।

जहांगीर ने चर्च को दिया विशाल रूप

इतिहासकार बताते हैं कि इस चर्च का निर्माण अकबर ने 1599 इसी में करवाया था। इसके 63 साल के बाद ईसाइयों का शहर में आगमन माना जाता है। अकबर के बाद इस चर्च को शहजादा सलीम बाद में जिन्हें हम जहांगीर के नाम से जानते हैं, उन्होंने इस चर्च को विशाल रूप दिया था। वर्तमान फादर मिरिंडा बताते हैं कि इस चर्च के बगल में गगनचुंबी घंटी लगी हुई है, जो एक समय शहर भर में गुंजायमान होती थी। दूर-दूर तक इस घंटी की आवाज सुनाई देती थी। लेकिन एक राजा ने इस घंटी को यह कहकर बंद करवा दिया था कि इसकी वजह से बीमार और बूढ़े लोगों को तकलीफ होती है। तब के बादसे ये घंटी खामोश है।

और नाटक का आयोजन किया जाने लगा

लेखकर थॉमस स्मिथ ने लिखा है कि यह शहर इटैलियन ज्वेलर्स, पुर्तगाली और डच नाव मालिकों, फ्रांसीसी यात्रियों, व्यापारियों और सेंट्रल एशिया के कलाकारों व मिडल ईस्ट में ईरान के स्कॉलर्स के कारण सार्वभौमिक बन चुका था। विदेशियों की ऐसी मौजूदगी के कारण उस दौर में भी क्रिसमस एक बड़ा जश्न बन चुका था। त्योहार की खुशी पूरे शहर पर छाई रहती थी। बाजारों को रंग-बिरंगे तोरण से सजाया जाता था। अलग-अलग देशों के झंडे सर्द दिसंबर में पूरे शहर में फहरते दिखते थे। इस त्योहार पर आपस में लड़ने वाले यूरोपीय भी एक हो जाते थे और त्योहार में हिस्सा लेते थे। उन्हीं के कारण उत्तर भारत खासकर आगरा में यीशु के जन्म को दर्शाने वाले नाटक का आयोजन किया जाने लगा था।

मंचन बदस्तूर जारी रहा

क्रिसमस की रात को यूरोपीय लोग इस नाटक का मंचन करते थे, जिसमें छोटे-छोटे लड़के-लड़कियां सज-धज कर एंजेल्स के रूप में शामिल होते थे। अकबर और जहांगीर के शासनकाल में यह मंचन और संगठित तरीके से होने लगा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए शाही सुरक्षा बलों को भी तैनात किया जाता था। इतिहासकारों की मानें तो उस दौर में आगरा के फुलत्ती बाजार में रिहर्सल होती थी, जो ब्रिटिश लोगों का मुख्यालय था। आगरा में शाहजहां के शासनकाल में साल 1632 से यह मंचन बंद कर दिया गया, क्योंकि पुर्तगालियों के साथ झड़प के बाद उसने चर्च को ढहा दिया और सार्वजनिक रूप से ईसाइयों के आराधना करने पर पाबंदी लगा दी थी। उस समय बंगाल से बड़ी संख्या में बंगाल से पुर्तगाली बंदी आगरा लाए गए थे।

इन मुगलों ने भी मनाया क्रिसमस पर्व

साल 1640 में पुर्तगालियों और मुगल सम्राट के बीच संबंध फिर से सुधर गए और उन्हें आगरा में फिर से चर्च के निर्माण की अनुमति मिल गई थी। चर्च का अस्तित्व बरकरार रहने के बावजूद मोहम्मद शाह रंगीला के शासनकाल में नाट्य मंचन बंद हो गया। क्योंकि इसका आयोजन करने वाले लोगों ने दिल्ली में अपनी बेइज्जती महसूस की और भोपाल जाकर बस गए थे। इसके बाद शाह आलम, अकबर शाह सैनी और बहादुर शाह जफर ईस्ट इंडिया कंपनी के अंग्रेज अफसरों के साथ क्रिसमस मनाते रहे। इस दौरान मराठा दरबारी हिंदू राव फादर क्रिसमस की भूमिका में नजर आते थे। 25 दिसंबर की सुबह से चर्च में पर्व मनाया गया, जो नववर्ष तक ऐसे ही बदस्तूर चलता रहेगा।

 

Tags: Christmas FestivalChurch of AgraMughal Emperor Abkar
Previous Post

Kanpur में 26 सालों तक बजरंगबली की सुरक्षा में तैनात रही PAC, इसकी असल वजह जानकर दबा लेंगे दांतों तले अंगुली

Next Post

National bird of America : बाल्ड ईगल की नई उड़ान, राष्ट्रीय पक्षी घोषित होने के पीछे क्या है ऐतिहासिक महत्व

Vinod

Vinod

Next Post
National bird of America : बाल्ड ईगल की नई उड़ान, राष्ट्रीय पक्षी घोषित होने के पीछे क्या है ऐतिहासिक महत्व

National bird of America : बाल्ड ईगल की नई उड़ान, राष्ट्रीय पक्षी घोषित होने के पीछे क्या है ऐतिहासिक महत्व

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

BROWSE BY CATEGORIES

  • Breaking
  • IPL 2023
  • IPL 2025
  • Latest News
  • Loksabha election 2024
  • TOP NEWS
  • Uncategorized
  • अद्भुत कहानियां
  • आगरा
  • उत्तर प्रदेश
  • उत्तराखंड
  • एडिटर चॉइस
  • ऑटो
  • कानपुर
  • कॉमनवेल्थ गेम्स 2022
  • क्राइम
  • क्रिकेट न्यू़ज
  • खेल
  • गाजियाबाद
  • गुजरात
  • गोरखपुर
  • गोवा चुनाव
  • चुनाव
  • छत्तीसगढ़
  • जम्मू कश्मीर
  • टेक्नोलॉजी
  • दिल्ली
  • देश
  • देहरादून
  • धर्म
  • नोएडा
  • पंजाब
  • प्रयागराज
  • बड़ी खबर
  • बरेली
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • महाकुंभ 2025
  • महाधिवेशन
  • मेरठ
  • मौसम
  • राजनीति
  • राजस्थान
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • लखनऊ
  • लाइफस्टाइल
  • वायरल खबर
  • वायरल वीडियो
  • वाराणसी
  • विदेश
  • विधानसभा चुनाव 2024
  • विशेष
  • वीडियो
  • शिक्षा
  • हरियाणा
  • हेल्थ

BROWSE BY TOPICS

Akhilesh Yadav ARVIND KEJRIWAL BJP bollywood breaking news cmyogi CM Yogi CM Yogi Adityanath Congress Cricket News cricket news in hindi Crime News Delhi delhi news Entertainment News google hindi news Google News hindi news Hindi news update Latest News latest news in hindi latest update Lok Sabha Election 2024 lucknow News NEWS 1 INDIA news 1 india hindi news news 1 india hindi report news 1 india latest news News1India news hindi update news india hindi breaking news News in Hindi PM Modi Rahul Gandhi Salman Khan social media Supreme Court Update UP Hindi News UP News UP Police Uttar Pradesh Uttar Pradesh News Yogi Adityanath

Recent Posts

  • बिना इंटरनेट और डेटा के पैसे करें ट्रांस्फर, जानिए सबसे आसान तरीका!
  • एकसाथ पढ़ पाएंगे ढेरों मैसेज! WhatsApp का नया धमाकेदार फीचर लॉन्च
  • इंग्लैंड की टीम पर टूटा ICC का कहर, भारत के खिलाफ बड़ी गलती पर पूरी टीम को मिली सजा!
  • पत्नी Shefali Jariwala की अस्थियां सीने से लगाए फूट-फूटकर रोए पति Parag, हर आंख हुई नम
  • इंडो-नेपाल बॉर्डर पर बड़ी कार्रवाई, महाराष्ट्र व यूपी के दबोचे गए 7 संदिग्ध 

Recent Comments

No comments to show.
news 1 india

न्यूज़ १ इंडिया एक 24×7 ऑनलाइन न्यूज़ चैनल है, जो समाज में व्याप्त समस्याओं जिसमे साम्प्रदायिकता, भ्रष्टाचार, राजनीति, आतंकवाद, आदि जैसे मुद्दे पर हिंदी जगत को समाचार सेवा प्रदान करता है।

Follow us on social media:

Recent News

  • बिना इंटरनेट और डेटा के पैसे करें ट्रांस्फर, जानिए सबसे आसान तरीका!
  • एकसाथ पढ़ पाएंगे ढेरों मैसेज! WhatsApp का नया धमाकेदार फीचर लॉन्च
  • इंग्लैंड की टीम पर टूटा ICC का कहर, भारत के खिलाफ बड़ी गलती पर पूरी टीम को मिली सजा!
  • पत्नी Shefali Jariwala की अस्थियां सीने से लगाए फूट-फूटकर रोए पति Parag, हर आंख हुई नम
  • इंडो-नेपाल बॉर्डर पर बड़ी कार्रवाई, महाराष्ट्र व यूपी के दबोचे गए 7 संदिग्ध 

RSS Unknown Feed

Quick Links

Privacy Policy
About us

Twitter

  • उत्तर प्रदेश
  • उत्तराखंड
  • एडिटर चॉइस
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल खबर
  • विदेश
  • हेल्थ
  • बड़ी खबर

© 2023 News 1 India

No Result
View All Result
  • महाकुंभ 2025
  • राष्ट्रीय
  • उत्तर प्रदेश
  • उत्तराखंड
  • वेब स्टोरीज
  • मनोरंजन
  • खेल
  • वीडियो
  • धर्म
  • टेक्नोलॉजी
  • लाइफस्टाइल
  • राज्य
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • पंजाब
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • राजस्थान

© 2023 News 1 India

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist