TCS मैनेजर मानव शर्मा सुसाइड केस में पत्नी और ससुर 40 दिन बाद अहमदाबाद से गिरफ्तार, आज कोर्ट में होगी पेशी

उत्तर प्रदेश के आगरा में टीसीएस के रिक्रूटमेंट मैनेजर मानव शर्मा की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी पत्नी निकिता शर्मा और ससुर नृपेंद्र शर्मा को गुजरात के अहमदाबाद से गिरफ्तार कर लिया है।

Agra Case

Agra Case: उत्तर प्रदेश के आगरा में टीसीएस के रिक्रूटमेंट मैनेजर मानव शर्मा की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी पत्नी निकिता शर्मा और ससुर नृपेंद्र शर्मा को गुजरात के अहमदाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी घटना के करीब 40 दिन बाद की गई, जब दोनों पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस ने दोनों को आज कोर्ट में पेश करने की तैयारी की है और टीम उन्हें आगरा लेकर पहुंच चुकी है। इससे पहले इस मामले में निकिता की मां और बहन को 13 मार्च को गिरफ्तार किया जा चुका है जो अभी जेल में हैं।

जानें घटना की पूरी कहानी

सदर थाना क्षेत्र के डिफेंस कॉलोनी निवासी एयरफोर्स से रिटायर्ड नरेंद्र कुमार शर्मा के इकलौते बेटे मानव शर्मा का शव 24 फरवरी को उनके घर में फंदे पर लटका पाया गया था। मानव मुंबई में टीसीएस में रिक्रूटमेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। 23 फरवरी की शाम उन्होंने अपनी पत्नी निकिता को उसके मायके बरहन में छोड़ा था और उसी रात आगरा लौट आए। इसके बाद उन्होंने अपने मोबाइल पर एक वीडियो रिकॉर्ड किया जिसमें उन्होंने आत्महत्या के लिए पत्नी को जिम्मेदार ठहराया और परिवार से माफी मांगी। वीडियो में उन्होंने पत्नी के कथित अफेयर का जिक्र करते हुए कहा, “प्लीज मर्दों के बारे में कोई बात करें,” और इसके बाद आत्महत्या कर ली।

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मानव की बहन आकांक्षा शर्मा (Agra Case) ने 27 फरवरी को वीडियो देखने के बाद पुलिस को सूचना दी। नरेंद्र कुमार शर्मा ने सदर थाने में बहू निकिता, उसके पिता नृपेंद्र शर्मा, मां और बहनों के खिलाफ तहरीर दी जिसके आधार पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया।

मानव की पत्नी और ससुर गिरफ्तार

मानव की आत्महत्या से पहले का वीडियो वायरल होने के बाद निकिता, उसके पिता और परिजन 28 फरवरी की सुबह से ही लापता हो गए। पुलिस ने संभावित जिलों और प्रयागराज में दबिश दी लेकिन शुरुआत में कोई सुराग नहीं मिला। निकिता के पिता नृपेंद्र शर्मा ने 6 मार्च को हाईकोर्ट में मुकदमा निरस्त करने और अग्रिम जमानत की याचिका दायर की लेकिन 12 मार्च को हाईकोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी। इसके बाद पुलिस ने गैर-जमानती वारंट जारी कर ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू की।

पुलिस को सूचना मिली कि निकिता (Agra Case) और नृपेंद्र अहमदाबाद में छिपे हुए हैं। इसके बाद पुलिस टीम ने वहां पहुंचकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। एसीपी सदर विनायक भोंसले ने बताया, “निकिता को कई बार बयान के लिए बुलाया गया लेकिन वह नहीं आई। उनकी तलाश में संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही थी। अहमदाबाद से गिरफ्तारी के बाद दोनों को आगरा लाया गया है।” दोनों को आज कोर्ट में पेश किया जा सकता है।

परिवार का दर्द.. इंसाफ की मांग

मानव की बहन आकांक्षा शर्मा ने कहा, “भाई की मौत ने माता-पिता को तोड़ दिया है। वह रोजाना मानव को याद करते हैं। भाई को मजबूर किया गया वह खुद जान नहीं देता। हम कोर्ट में इंसाफ के लिए ठोस पैरवी करेंगे।” परिवार का आरोप है कि निकिता और उसके परिवार ने मानव को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जिसके चलते वह इस कदम तक पहुंचा।

मामले पर पुलिस की कार्रवाई

इस मामले में 13 मार्च को निकिता की मां और बहन को गिरफ्तार किया गया था जो अभी जेल में हैं। अब पिता और बेटी की गिरफ्तारी के साथ पुलिस (Agra Case) का दावा है कि मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। एसीपी भोंसले ने कहा कि हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ के बाद सच्चाई सामने आएगी। मानव शर्मा की आत्महत्या का मामला न केवल परिवार के लिए दुखद है बल्कि यह पुरुषों के मानसिक स्वास्थ्य और घरेलू उत्पीड़न जैसे मुद्दों को भी उजागर करता है। पुलिस की कार्रवाई से परिवार को कुछ राहत मिली है लेकिन इंसाफ की पूरी उम्मीद अब कोर्ट पर टिकी है।

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