Agra News : उत्तर प्रदेश के आगरा से एक डिजिटल अरेस्ट का एक नया चौंकाने वाला मामला सामने आया है, मामले में एक परिवार को धोखाधड़ी का शिकार होना पड़ा। बताया जा रहा है, कि इस मामले में पीड़ित परिवार ने गूगल पर ‘लोकर’ की जानकारी सर्च की थी, जिसके बाद उन्हें एक व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को SBI बैंक का मैनेजर बताते हुए उन्हें ठगने की कोशिश की।
क्या है पूरा मामला
पीड़ित परिवार ने जब गूगल पर लोकर की जानकारी सर्च की तो तभी उन्हें एक नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को SBI बैंक का मैनेजर बताते हुए कहा कि उनके पास एक जरूरी सूचना है। कॉल करने वाले ने पीड़ित परिवार को बताया कि उनके बैंक खाते में कुछ गड़बड़ी है और उनके खाते को ‘डिजिटल अरेस्ट’ किया जा रहा है।
आगरा : डिजिटल अरेस्ट का नया और चौंकाने वाला मामला आया सामने
50 मिनट तक मोबाइल पर रखा डिजिटल अरेस्ट
पीड़ित परिवार ने गूगल पर सर्च किया था लोकर
इसी के बाद उनके पास आई व्हाट्सएप कॉ,
कॉल करने वाले ने बताया अपने आप को एसबीआई बैंक का मेनेजर@agrapolice @OfficeOfDMAgra pic.twitter.com/zzxrG2qXG4
— News1India (@News1IndiaTweet) October 9, 2024
50 मिनट तक चला Digital Arrest
इस कॉल के दौरान आरोपी ने पीड़ित परिवार को 50 मिनट तक फोन पर रखा। उसने उन्हें डराया और कहा कि यदि उन्होंने तुरंत अपनी जानकारी और ओटीपी शेयर नहीं किया तो उनका बैंक खाता लॉक हो जाएगा। उसके दबाव में आकर परिवार ने उसकी बात मानते हुए अपनी निजी जानकारी दे दी।
घटना की जांच जारी
जब पीड़ित परिवार को इस धोखाधड़ी का एहसास हुआ, तो उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए एक टीम का गठन किया है, जो इस धोखाधड़ी के पीछे के आरोपियों का पता लगाने में जुटी है।
सतर्क रहने की दी चेतावनी
इस घटना ने एक बार फिर डिजिटल धोखाधड़ी के मामलों को उजागर कर दिया है। पुलिस और प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और किसी भी अनजान कॉल पर निजी जानकारी शेयर न करने की सलाह दी है। बैंकिंग सेक्टर के अधिकारियों ने भी लोगों से अपील की है कि वे किसी भी ऐसे कॉल पर विश्वास न करें, जिसमें उन्हें अपने खाते की जानकारी साझा करने के लिए कहा जाए।
आगरा में डिजिटल अरेस्ट का यह मामला एक गंभीर चेतावनी है कि लोग डिजिटल धोखाधड़ी के प्रति कितने सावधान रहें। ऐसे मामलों से बचने के लिए सभी को सचेत रहना चाहिए और अपने व्यक्तिगत और बैंकिंग विवरणों को सुरक्षित रखना चाहिए। पुलिस की जांच जारी है, और उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों का पता लगाया जाएगा।
क्या है Digital Arrest
Digital Arrest एक नई धोखाधड़ी की तकनीक है जिसमें अपराधी किसी व्यक्ति को फोन या अन्य डिजिटल माध्यम से संपर्क करके उन्हें यह बताता है कि उनके बैंक खाते में किसी प्रकार की गड़बड़ी है या उनके खाते को लॉक किया जा रहा है। इसके तहत धोखाधड़ी करने वाला व्यक्ति अक्सर खुद को बैंक का अधिकारी, पुलिस या किसी अन्य संस्थान का कर्मचारी बताकर पीड़ित को डराने का प्रयास करता है. डिजिटल अरेस्ट जैसे धोखाधड़ी के मामलों में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है, क्योंकि एक छोटी सी चूक से बड़ा नुकसान कर सकती है।