लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव के बीच एक तस्वीर ने उत्तर प्रदेश का सियासी पारा बढ़ा दिया है। ये तस्वीर सोशल मीडिया में गर्दा उड़ाए हुए है। कयासों का बाजार गर्म हैं। चर्चाएं भी चरम पर है। कोई संयोग बता रहे है तो कोई प्रयोग। कांग्रेस और सपा के नेता भी गदगद हैं और एक्स पर अपने-अपने तरीके से लिखकर भविष्य के सपने बुन रहे हैं। एक सपा समर्थक ने बहुत कुछ लिख दिया। सपाई ने लिखा कि पहले बिहार में परिवर्तन होगा, फिर 2027 में बीजेपी सरकार का जनता तख्तापलट करेगी। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि उस तस्वीर के बारे में, जिसके बाद लोग सोशल मीडिया पर संग्राम छेड़े हुए हैं।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव बिहार चुनाव में जनसभा के लिए गए हुए हैं तो यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी बिहार में एनडीए की जीत पक्की करने के लिए पसीना बहा रहे थे। दोनों नेता पटना एयरपोर्ट पर एक साथ दिखाई दिए। अक्सर सोशल मीडिया और राजनीतिक मंचों पर एक-दूसरे के खिलाफ तीखी बयानबाजी करने वाले ये दोनों नेता इस बार मुस्कुराते और हाथ मिलाते हुए नजर आए। इससे एयरपोर्ट पर मौजूद लोगों के बीच उत्सुकता का माहौल बन गया। इस क्षण का वीडियो किसी ने बना लिया। अब यह सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इन तस्वीरों में अखिलेश यादव और केशव प्रसाद मौर्य हंसते हुए एक-दूसरे का अभिवादन करते नजर आ रहे हैं। दोनों के साथ उनके समर्थक और सुरक्षा कर्मी भी मौजूद थे। राजनीतिक गलियारों में इन तस्वीरों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कोई इसे ’राजनीतिक शालीनता’ कह रहा है तो कोई ’राजनीतिक संयोग’ बता रहा है। कुछ लोग तो लिख रहे हैं कि बीजेपी के अंदर सबकुठ आल-इज-वेल नहीं हैं। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य नाराज हैं। वह बीजेपी से बगावत कर सकते हैं, लेकिन ये सिर्फ हवाहवाई बताते हैं। अब हम आपको बताते हैं कि दोनों नेताओं ने कहां-कहां जनसभाएं की। दोनों ने कैसे शब्दबाण छोटे, जो बिहार में गर्दा उड़ाए हुए हैं।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने औरंगाबाद में महागठबंधन उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभा की। रैली में उन्होंने कहा, यूपी में मैंने देखा है, ये लोग पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट तक बदल देते हैं। क्या ऐसे लोगों पर भरोसा किया जा सकता है। अखिलेश यादव ने कहा कि यह चुनाव जनता पहले ही तय कर चुकी है। इस बार बिहार में बदलाव होना तय है। जनता ने बीजेपी को सबक सिखाने का मन बना लिया है। 20 साल का हिसाब और केंद्र की 10 साल की सरकार का जवाब देना होगा। उन्होंने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि इन्होंने कहा था कि किसानों की आय दोगुनी करेंगे, 2 करोड़ युवाओं को नौकरी देंगे। लेकिन आज तक कितनों को रोजगार मिला।जब तेजस्वी यादव ने बिहार में नौकरी देने की बात की, तो ये लोग घबरा गए। क्योंकि नौकरी देना इनके एजेंडे में है ही नहीं।
दूसरी ओर, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी बिहार में एनडीए के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार में विकास की नई इबारत लिखी है और जनता इस बार फिर से ’मोदी-नीतीश’ की जोड़ी पर भरोसा जताएगी। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर भी जुबानी हमला बोला। कहा कि यूपी के नेता भी बिहार में आए हुए हैं। यूपी वालों ने बिहार में उम्मीदवार नहीं उतारे, लेकिन चुनावी जनसभाएं जरूर कर रहे हैं। ये बिहार हैं। यहां की जनता सिर्फ एनडीए के पक्ष में वोटिंग करने जा रही है।










