अली की जेल मुलाकात ने बढ़ाई साजिशों की चर्चाएँ: अबान से हुई लगातार मुलाकातें क्यों बनीं चिंता का विषय?

अली, माफिया अतीक अहमद का बेटा, जेल बदलने के बाद फिर चर्चा में है। दो महीने में छह–सात बार छोटे भाई अबान से मुलाकात ने सुरक्षा और साजिशों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Jhansi Jail

Jhansi Jail Security: अली, माफिया अतीक अहमद का बेटा, जेल बदलने के बाद फिर चर्चा में आ गया है। केंद्रीय कारागार नैनी से झांसी जेल स्थानांतरित किए जाने के बाद अली की सुरक्षा और मुलाकातों पर विशेष निगरानी बढ़ा दी गई है। हाल ही में अली और उसके छोटे भाई अबान की एक मुलाकात का वीडियो सामने आया, जिसने मीडिया और जनता का ध्यान खींचा। जानकारी के मुताबिक, दो महीने के अंतराल में दोनों भाई छह से सात बार मिल चुके थे। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया कि ये सभी मुलाकातें जेल मैनुअल के नियमों के तहत, एलआईयू अधिकारियों की मौजूदगी में हुईं। हालांकि, वीडियो वायरल होने के कारण आखिरी मुलाकात ही चर्चा में आई।

अली की Jhansi Jail बदलने का मामला जून माह में चर्चा में आया था, जब उसकी बैरक में तलाशी के दौरान नकदी बरामद हुई थी। इस घटना के बाद डिप्टी जेलर और हेड वार्डर को निलंबित कर दिया गया और अली को हाई सिक्योरिटी सेल में स्थानांतरित किया गया। उसकी निगरानी अब लखनऊ स्थित इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर से की जा रही है।

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अली और अबान की मुलाकातों को जेल मैनुअल के अनुसार सुरक्षित और नियंत्रित माना गया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने अली की जेल बदलने के पीछे केवल भाई से मिलने को कारण बताने से इनकार किया। अली लगभग तीन वर्षों से जेल में है, और इस दौरान उसकी सुरक्षा और निगरानी को लगातार सुदृढ़ किया गया है।

Jhansi Jail पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, अतीक अहमद और उसके परिवार पर पहले भी कई गंभीर घटनाओं का निशान है। 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल की हत्या के बाद अबान और उसके बड़े भाई अहजम को बाल संरक्षण गृह में रखा गया था। बाद में दोनों वहां से निकलकर एक रिश्तेदार के घर रहने लगे। अतीक और अशरफ को 15 अप्रैल 2023 को पुलिस अभिरक्षा में मारा गया था, जबकि उनकी पत्नियां फरार हैं। अतीक का बड़ा बेटा उमर जेल में है और तीसरे बेटे असद को झांसी एनकाउंटर में मार गिराया गया।

इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि अली और अबान की मुलाकातें जेल सुरक्षा और निगरानी के बीच हो रही थीं, और यह परिवार के जटिल हालात और अतीक अहमद के गिरोह से जुड़े घटनाक्रम की गंभीरता को दर्शाता है।

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