Aligarh News: वन विभाग में पेड़ काटने की अनुमति देने के बदले रिश्वत मांगने और भ्रष्टाचार का मामला रविवार को सामने आया है। इसमें एक वन रेंजर एवं एक वन दरोगा 10 रुपये की रिश्वत लेते हुए कैद हुए हैं।सागौन के 80 पेड़ काटने के लिए 32 हजार रुपये की मांग की गई थी.
प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए कार्रवाई के आदेश
वीडियो वायरल होने के बाद डीएफओ (DFO) ने दोनों अधिकारियों को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए कार्रवाई के आदेश दिए हैं. इसके लिए जांच कमेटी भी गठित कर दी गई है.
कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन कर सकते हैं भाकियू भानु गुट के किसान
इस मामले को लेकर भाकियू भानु गुट (Bhakyu Bhanu faction) ने कलेक्ट्रेट (collectorate) में सोमवार को धरना-प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार जवा तहसील के अहक गांव के रहने वाले प्राजोल जादौन ने अपने खेत में सागोन के 80 पेड़ काटने के लिए करीब 3 महीने पहले विभागीय अनुमति के लिए आवेदन किया था.
मांगी 32000 की रिश्वत
आरोप है कि वन रेंजर अरविंद कुमार, वन दरोगा मुकेश कुमार पेड़ काटने की अनुमति देने के बदले में 32000 (32 Thousands) की रिश्वत (Bribe) मांग रहे थे. पीड़ित 25 अगस्त को वन विभाग के रेंज कार्यालय में पेड़ काटने की अनुमति के सिलसिले में गए हुए थे. इस दौरान दोनों ही अधिकारियों ने पेड़ काटने की एवज में रिश्वत की मांग कर डाली. इसी मांग को पूरी करते हुए पीड़ित प्राजोल ने बतौर एडवांस दस हजार रुपये दे दिए. इस दौरान रिश्वत देते समय चुपचाप से वीडियो (Video) भी बना लिया. अब यही वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो में वन रेंजर अरविंद कुमार (Arvind Kumar) पैसे लेते हुए नजर आ रहे हैं.