नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। लंदन के बाद अब न्यूयॉर्क के मेयर की कुर्सी पर एक हिन्दुस्तानी बैठेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हर हथकंडे को मात देते हुए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जोहरान ममदानी ने शानदार जीत दर्ज करते हुए न्यूयॉर्क के मेयर चुने गए हैं। सिर्फ 34 साल के ममदानी न्यूयॉर्क का मेयर चुनाव जीतने वाले सबसे युवा नेता हैं। अपनी जीत पर जोहरान ने भारत के पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू का नाम लिया। उन्होंने कहा कि ‘मैं जवाहरलाल नेहरू के शब्दों के बारे में सोचता हूं। इतिहास में ऐसा क्षण बहुत कम आता है जब हम पुराने से नए की तरफ कदम बढ़ाते हैं। जब एक युग का अंत होता है और एक राष्ट्र की आत्मा को अभिव्यक्ति मिलती है। आज रात हम पुराने से नए की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।
ममदानी का भारत से भी खास नाता है। उनके पिता महमूद ममदानी युगांडा के फेमस लेखक हैं और भारतीय मूल के मार्क्सवादी विद्वान हैं। ममदानी की मां मीरा नायर एक पुरस्कार विजेता भारतीय-अमेरिकी फिल्म मेकर हैं। ममदानी का जन्म अफ्रीकी देश युगांडा में हुआ। इसके बाद वह न्यूयॉर्क शहर आ गए, जहां पले-बढ़े.। ममदानी न्यूयॉर्क राज्य असेंबली के सदस्य और डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट हैं। ममदानी प्रसिद्ध भारतीय फिल्मकार मीरा नायर और भारतीय मूल के युगांडा के लेखक महमूद ममदानी के बेटे हैं। ममदानी ने न्यूयॉर्क शहर के पब्लिक स्कूलों में पढ़ाई की। इसके बाद ब्रोंक्स हाई स्कूल ऑफ साइंस से ग्रेजुएशन किया। साथ ही बॉडॉइन कॉलेज से अफ्रीकाना स्टडीज में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की।
ममदानी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। टिकटॉक, इंस्टाग्राम हो या प्रमोशनल वीडियो में हिप-हॉप म्यूजिक, न्यूयॉक की युवा जनता के बीच ममदानी तेजी से जगह बनाते दिखे। इसका उन्हें चुनाव में फायदा भी मिला। ममदानी 2018 में एक प्राकृतिक अमेरिकी नागरिक (अधिक सालों तक रहने के बाद मिलने वाली नागरिकता) बन गए। राजनीति में आने से पहले, ममदानी ने हाउसिंग काउंसलर के रूप में काम किया। बता दें, डे मोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार ममदानी का मुकाबला इस महत्वपूर्ण मेयर चुनाव में पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो, जो एक स्वतंत्र उम्मीदवार थे, उनके साथ और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार कर्टिस स्लीवा से था। ममदानी ने दोनों को हराकर चुनाव जीत लिया है।
डेमोक्रेट उम्मीदवार ममदानी ने न्यूयॉर्क सिटी मेयर चुनाव में 948,202 वोट (50.6 प्रतिशत) हासिल कर जीत हासिल की। जबकि कुओमो को 776,547 वोट (41.3 प्रतिशत) मिले, जबकि स्लीवा को 137,030 वोट मिले। एनवाईसी चुनाव बोर्ड ने कहा कि 1969 के बाद पहली बार दो मिलियन वोट डाले गए, जिनमें मैनहट्टन में 444,439 वोट पड़े, उसके बाद ब्रोंक्स (187,399), ब्रुकलिन (571,857), क्वींस (421,176) और स्टेटन आइलैंड (123,827) का स्थान रहा। जीत के बाद अपने संबोधन में ममदानी ने उन न्यू यॉर्कवासियों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया और कहा कि वह उनका विश्वास जीतने के अवसर के लिए आभारी हैं। उन्होंने कहा, मुझे आपके विश्वास के योग्य साबित करने का अवसर देने के लिए धन्यवाद।
छरअसल, न्यूयॉर्क शहर के महापौर पद की दौड़ अपने अंतिम चरण में पहुंचते ही राष्ट्रपति ट्रंप ने न्यूयॉर्क राज्य के पूर्व गवर्नर का आधिकारिक रूप से समर्थन किया और सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ’ पर एक पोस्ट में कहा, चाहे आप व्यक्तिगत रूप से एंड्रयू कुओमो को पसंद करते हों या नहीं, आपके पास वास्तव में कोई विकल्प नहीं है। आपको उन्हें वोट देना चाहिए और उम्मीद करनी चाहिए कि वे शानदार काम करेंगे। वे इसके लिए सक्षम हैं, ममदानी नहीं। न्यूयॉर्क में मतदान शुरू होने से पहले ट्रंप ने मतदाताओं को चेतावनी दी कि अगर महापौर पद के चुनाव में ममदानी की जीत होती है तो शहर एक ‘पूर्ण आर्थिक और सामाजिक आपदा’ क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा और इसे कोई नहीं बचा पाएगा।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा, यदि वामपंथी उम्मीदवार जोहरान ममदानी न्यूयॉर्क शहर के महापौद पद पर चुनाव जीतते हैं, तो संभव है कि मैं अपने प्यारे पहले घर के लिए आवश्यक न्यूनतम राशि के अलावा संघीय निधि से कोई और मदद नहीं करूंगा, क्योंकि एक वामपंथी के रूप में, इस महान शहर की सफलता या यहां तक कि अस्तित्व में बने रहने की कोई संभावना नहीं है। किसी वामपंथी के सत्ता में आने से हालात और बदतर हो सकते हैं, और मैं राष्ट्रपति होने के नाते, खराब स्थिति में पैसा नहीं भेजना चाहता। देश चलाना मेरा दायित्व है, और मेरा दृढ़ विश्वास है कि अगर ममदानी जीत गए तो न्यूयॉर्क शहर पूरी तरह से आर्थिक और सामाजिक रूप से तबाह हो जाएगा। ट्रंप ने ममदानी को निवार्सित करने की धमकी भी दी थी, लेकिन इसके बावजूद जनता का प्यार उन्हें मिला।
