Allahabad University PhD Admission 2025 : अगर आप लंबे समय से पीएचडी करने का सपना देख रहे हैं लेकिन नौकरी, बिजनेस या अन्य जिम्मेदारियों की वजह से समय नहीं निकाल पा रहे थे, तो अब आपके लिए एक बेहतरीन अवसर सामने आया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय (Allahabad University) ने वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए एक विशेष पार्ट-टाइम पीएचडी प्रोग्राम शुरू किया है। इस नई व्यवस्था के तहत अब पेशेवर लोग भी अपनी नौकरी के साथ-साथ उच्च शिक्षा में शोध कार्य कर सकेंगे।
हालांकि, इसके लिए सामान्य पीएचडी कार्यक्रम की तुलना में थोड़ी अधिक फीस देनी होगी, लेकिन इसके बदले आपको अपने प्रैक्टिकल अनुभव को शोध से जोड़ने का अनूठा मौका मिलेगा। इस वर्ष पीएचडी के लिए कुल 873 सीटों पर प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जो 43 विषयों में आयोजित की जा रही है। इनमें से 534 सीटें मुख्य विश्वविद्यालय परिसर में हैं, जबकि 339 सीटें संबद्ध कॉलेजों में उपलब्ध हैं। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 25 सितंबर से शुरू हो चुकी है और इच्छुक अभ्यर्थी 22 अक्टूबर तक आवेदन कर सकते हैं।
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इस विशेष पार्ट-टाइम पीएचडी प्रोग्राम में वही लोग आवेदन कर सकते हैं, जिनके पास कम से कम 5 वर्षों का कार्यानुभव हो। यह अनुभव निजी कंपनियों, सरकारी नौकरियों, सार्वजनिक उपक्रमों, उद्योगों या किसी रिसर्च संस्था में कार्य का हो सकता है। खास बात यह है कि इस कोर्स के लिए UGC-NET पास करना अनिवार्य नहीं है। हालांकि, चयन की प्रक्रिया में आपके आवेदन की डॉक्टोरल प्रोग्राम कमेटी (DPC) द्वारा समीक्षा की जाएगी और कुलपति की स्वीकृति के बाद ही प्रवेश मिलेगा।
क्या होगा फी स्ट्रक्चर ?
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रजिस्ट्रेशन शुल्क: ₹25,000
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प्री-पीएचडी कोर्स फीस: ₹20,000
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वार्षिक शुल्क: ₹50,000
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लैब डेवलपमेंट फीस (केवल साइंस विषयों के लिए): ₹10,000
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थीसिस सबमिशन फीस: ₹30,000
इस पहल के जरिए इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने शोध के क्षेत्र को अधिक समावेशी बना दिया है। अब वे पेशेवर लोग भी उच्च शिक्षा में योगदान दे सकेंगे, जो वर्षों से उद्योग, समाज या सरकार में काम कर रहे हैं। इससे न केवल शोध की गुणवत्ता में वृद्धि होगी, बल्कि विषयों में विविधता और गहराई भी आएगी। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि इस कैटेगरी के तहत एडमिशन लेने वाले छात्रों को कोई फेलोशिप या छात्रवृत्ति नहीं दी जाएगी।