Delhi Blast : दिल्ली के लालकिला इलाके में हुए कार ब्लास्ट के बाद केंद्र सरकार ने अब कड़ा रुख अपना लिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार देर शाम एक आपातकालीन उच्च स्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और एनआईए के वरिष्ठ अफसर मौजूद रहे। बैठक में अमित शाह ने साफ निर्देश दिया कि “इस हमले के जिम्मेदार हर शख्स को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए — कोई भी गुनहगार छोड़ा नहीं जाएगा।”
जांच एजेंसियां हुईं सक्रिय
सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक घटना के कुछ ही घंटों बाद बुलाई गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जांच अपने हाथ में ले ली है। वहीं, फरीदाबाद, दिल्ली और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें एक साथ मिलकर साजिश के हर पहलू की पड़ताल कर रही हैं।
पुलिस को ब्लास्ट में इस्तेमाल हुई i20 कार (नंबर HR-26-CE-7674) का नया CCTV फुटेज मिला है। यह फुटेज 29 अक्टूबर की शाम 4:20 बजे का है, जिसमें कार एक प्रदूषण जांच केंद्र (PUC सेंटर) पर दिखाई दे रही है। उस वक्त कार में तीन लोग सवार थे। जांच में पता चला है कि कार की खरीदारी और PUC सर्टिफिकेट दोनों उसी दिन अपडेट किए गए थे।
मेडिकल कनेक्शन पर जांच तेज
छानबीन में सामने आया है कि एक डॉक्टर के लॉकर से AK-47 राइफल बरामद हुई है। इसके बाद दिल्ली और फरीदाबाद के कई मेडिकल संस्थानों में पूछताछ शुरू कर दी गई है। एजेंसियों को शक है कि कुछ शिक्षित पेशेवर इस नेटवर्क को तकनीकी और आर्थिक सहायता दे रहे थे।
फरीदाबाद–कश्मीर लिंक पर फोकस
जांच एजेंसियां अब फरीदाबाद से कश्मीर तक फैले नेटवर्क को खंगाल रही हैं। शुरुआती सुराग बताते हैं कि कुछ संदिग्धों का संपर्क कट्टरपंथी संगठनों (Radical Groups) से रहा है। सूत्रों के मुताबिक, जांच में ऐसे कुछ नाम भी सामने आए हैं जिनकी भूमिका संदिग्ध है और जिनकी पुष्टि के लिए ठोस सबूत जुटाए जा रहे हैं।
सुरक्षा एजेंसियों का कड़ा संदेश
गृह मंत्री अमित शाह ने सभी एजेंसियों को स्पष्ट कहा है कि इस हमले के पीछे जो भी हो — उसे कानून के पूरे प्रकोप का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने जांच को तेज़ करने, खुफिया इनपुट साझा करने और दिल्ली में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
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फिलहाल NIA, दिल्ली पुलिस, एटीएस और आईबी की टीमें मिलकर मामले की हर कड़ी को जोड़ने में जुटी हैं। केंद्र सरकार ने साफ संकेत दे दिया है — इस आतंकी साजिश में शामिल किसी भी व्यक्ति को अब बच निकलने का मौका नहीं मिलेगा।










