Assam: असम में एक भयानक मामला सामने आया है। एक वरिष्ठ आईपीएस ऑफिसर, जो पत्नी से बहुत प्रेम करता था, ने ऐसा कदम उठाया कि सब सन्न रहे। असम के गृह सचिव की पत्नी गुवाहाटी के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में कैंसर से मर गई। स्टाफ से कुछ ही मिनटों बाद उन्होंने पत्नी के शव के पास बैठकर प्रार्थना करने की अनुमति मांगी। जब सब बाहर गए, उन्होंने खुद को गोली मार दी। यह दुखद घटना सबको हैरान कर दी है। राष्ट्रपति ने 44 वर्षीय आईपीएस शिलादित्य चेतिया को वीरता पदक प्रदान किया।
शिलादित्य और अगमोनी के बीच अटूट प्रेम का बंधन
Assam के गृह सचिव शिलादित्य चेतिया और उनकी पत्नी अगमोनी की प्रेम कहानी किसी फ़िल्म से कम नहीं थी। हाल ही में, अगमोनी के कैंसर से निधन के बाद शिलादित्य ने भी आत्महत्या कर ली, जिससे सभी स्तब्ध रह गए।
पत्नी की मृत्यु का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाए शिलादित्य
अगमोनी लंबे समय से कैंसर से जूझ रही थीं और उनका इलाज चल रहा था। 18 जून 2024 को, उन्होंने गुवाहाटी के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। शिलादित्य अपनी पत्नी के बेहद करीब थे और उनके निधन से उन्हें गहरा आघात लगा।
अस्पताल में ही खुद को मार लिया गोली
अगमोनी के निधन के कुछ ही मिनटों बाद, शिलादित्य ने अस्पताल में ही अपनी सरकारी रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। 44 वर्षीय शिलादित्य 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और उन्हें राष्ट्रपति वीरता पदक से भी सम्मानित किया गया था।
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शोक में डूबा परिवार और दोस्त
इस घटना ने शिलादित्य के परिवार और दोस्तों को हिलाकर रख दिया है। सभी उनके इस कदम से स्तब्ध हैं। शिलादित्य और अगमोनी के प्यार और समर्पण की कहानी सदैव याद की जाएगी।
प्रेरणा और सचेत करने वाली घटना
यह घटना प्रेम की ताकत और साथ ही मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को भी दर्शाती है। यह हमें सिखाती है कि मुश्किल समय में भी हमें मजबूत रहना चाहिए और मदद लेने में संकोच नहीं करना चाहिए।
निष्कर्ष
शिलादित्य और अगमोनी की प्रेम कहानी एक प्रेरणा और त्रासदी दोनों है। यह हमें सच्चे प्यार के मायने सिखाती है, साथ ही यह भी याद दिलाती है कि जीवन में कठिन परिस्थितियों का सामना कैसे करना चाहिए।
यह घटना उन सभी के लिए भी एक सबक है जो मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे हैं। यदि आप या आपका कोई जानने वाला अवसाद या आत्महत्या के विचारों से ग्रस्त है, तो कृपया मदद लें।
यहां कुछ संसाधन दिए गए हैं जो मदद कर सकते हैं:
आसरा: +91-9820466726
स्नेह: +91-22-24311919
वंदना फाउंडेशन: +91-9819411644
आप इन संस्थाओं की वेबसाइटों पर भी ऑनलाइन मदद प्राप्त कर सकते हैं।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि आप अकेले नहीं हैं और ऐसे लोग हैं जो आपकी परवाह करते हैं और मदद करना चाहते हैं।