Maharashtra Assembly Elections Result: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणामों को लेकर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने शनिवार को रुझानों को मानने से इनकार कर दिया। पार्टी ने आरोप लगाया कि चुनाव परिणामों में कुछ गड़बड़ी हो सकती है और इसके पीछे किसी साजिश का हाथ हो सकता है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि यह “जनता का फैसला नहीं है” और उन्होंने भाजपा और शिवसेना (ई) के गठबंधन के नेतृत्व वाले महायुति की बढ़त को लेकर गंभीर सवाल उठाए। राउत ने आरोप लगाया कि भाजपा, शिंदे और पवार के गठबंधन से यह परिणाम संभव नहीं थे।
क्या सच में जनता का फैसला है?
शनिवार सुबह के चुनाव रुझानों में महायुति को 223 सीटों पर बढ़त मिली, जबकि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) केवल 55 सीटों पर आगे चल रही थी। राउत ने कहा, “किस आधार पर शिंदे को 56 सीटें मिल रही हैं? अजित पवार को 40 से अधिक सीटें कैसे मिल सकती हैं?” राउत ने यह भी सवाल उठाया कि कैसे देवेंद्र फडणवीस, नरेंद्र मोदी और अमित शाह के प्रभाव में भाजपा को इतनी सीटें मिल रही हैं। उन्होंने कहा, “यह जनता का निर्णय नहीं है, कुछ और बड़ा है इसके पीछे।”
संजय राउत का साजिश का आरोप
राउत ने Maharashtra नतीजों को लेकर और भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “शरद पवार को 10 सीटें भी नहीं मिलीं, यह कैसे संभव है?” इसके साथ ही उन्होंने गौतम अडानी पर निशाना साधते हुए कहा कि अडानी महाराष्ट्र में हर कदम पर नजर रख रहे हैं। राउत ने दावा किया कि अडानी पर आरोप अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा और शिंदे के खिलाफ थे, और पूछा कि शिंदे और अजित पवार के खेमे के विधायक कैसे जीत सकते हैं।
शीतल म्हात्रे ने पलटवार किया
वहीं, Maharashtra शिवसेना नेता शीतल म्हात्रे ने संजय राउत पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें मानसिक अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत है। म्हात्रे ने राउत की ‘गद्दार’ टिप्पणी को लेकर भी कटाक्ष किया और कहा कि अब उन्हें पता चल जाएगा कि असली शिवसेना कौन है।
चुनाव परिणामों को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के अंदर से साजिश और गड़बड़ी के आरोपों का दौर जारी है। पार्टी का कहना है कि वे जल्द ही स्थिति पर अपना रुख स्पष्ट करेंगे।