Milkipur : मिल्कीपुर विधानसभा सीट से 2022 में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अवधेश प्रसाद के खिलाफ दायर चुनाव याचिका को वापस लेने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता गोरखनाथ हाईकोर्ट पहुंचे हैं। गोरखनाथ की इस पहल के बाद मिल्कीपुर उपचुनाव का रास्ता साफ होता नजर आ रहा है।
गोरखनाथ ने सपा विधायक अवधेश प्रसाद की चुनावी जीत को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इस याचिका में चुनावी अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था, जिसके चलते मामला कोर्ट में लंबित था। हाल ही में बीजेपी नेता ने अपनी याचिका को वापस लेने का निर्णय लिया और इसे लेकर हाईकोर्ट में पेश हुए। उनके साथ वरिष्ठ वकील रुद्र विक्रम सिंह भी मौजूद थे।
मिल्कीपुर उपचुनाव की संभावना
याचिका वापस लेने की स्थिति में मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की संभावना बढ़ जाएगी। चुनाव आयोग इस मामले में आगे की प्रक्रिया के लिए तैयार है, और जल्द ही उपचुनाव की तारीखों की घोषणा की जा सकती है।
राजनीतिक माहौल गर्म
मिल्कीपुर सीट पर संभावित उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सपा और भाजपा, दोनों ही पार्टियों के नेता अपनी रणनीति तैयार कर रहे हैं। सपा जहां अपने मौजूदा विधायक अवधेश प्रसाद के समर्थन में जुटी है, वहीं भाजपा ने इस सीट पर फिर से पकड़ मजबूत करने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिए हैं।
आगे की कार्रवाई
हाईकोर्ट में याचिका वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव आयोग उपचुनाव की तारीख तय करेगा। मिल्कीपुर उपचुनाव इस क्षेत्र की राजनीति में बड़ा मोड़ साबित हो सकता है, जहां दोनों पार्टियां पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही हैं।
यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनावी लड़ाई किस दिशा में जाती है और कौन सा दल मिल्कीपुर की जनता का समर्थन हासिल कर सकेगा।