
DGCA और अन्य निगरानी संस्थाओं की समीक्षा के बीच, IndiGo ने 4 दिसंबर 2025 को कहा है कि उसके उड़ान परिचालन को पूरी तरह स्थिर होने में समय लगेगा , लेकिन उन्होंने भरोसा दिलाया है कि पूरा सामान्य संचालन 10 फरवरी 2026 तक बहाल हो जाएगा। उदाहरण के रूप में, एक ही दिन में 300 से 550 तक उड़ानें रद्द की गईं — दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बैंगलोर सहित कई प्रमुख हवाई अड्डों से।
Airlines को लगातार तीसरे दिन पायलटों के लिए नई उड़ान-ड्यूटी और आराम अवधि के मानदंडों के मद्देनजर अपनी उड़ानों को संचालित करने के लिए आवश्यक चालक दल को सुरक्षित करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
IndiGo ने बताया है कि अगले 2–3 दिनों में और रद्दीकरण हो सकते हैं, क्योंकि वे अपनी शेड्यूल को स्थिर बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद, 8 दिसंबर से उड़ानों की संख्या कम की जाएगी ताकि अचानक रद्दीकरण की स्थिति से यात्रियों को कम असुविधा हो। एयरलाइन्स और DGCA की ओर से कहा गया है कि इस दौरान भविष्य में किराया बढ़ाने जैसे कदम नहीं उठाए जाएंगे — मतलब, टिकट की कीमतें रद्दीकरण या देरी की वजह से अचानक नहीं बढ़नी चाहिए।
इस पूरे संकट का असर यात्रियों पर भी पड़ा है कई लोग फंसे, यात्रा बदलनी पड़ी, या देरी के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ा। IndiGo ने माफी मांगी है और कहा है कि वे पायलट भर्ती, रोस्टर सुधार और शेड्यूल पुनर्संगठन के जरिये फिर से सुचारु सेवा शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं।