उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोहियों को बचाने के लिए अब हाई एल्टीट्यूड वायरफेर स्कूल गुलमर्ग के जांबाज मोर्चे पर उतरेंगे। जम्मू कश्मीर से 16 सदस्यीय दल बुधवार को उत्तराखंड के रवाना हो गया। बृहस्पतिवार सुबह ये जांबाज देहरादून से उत्तरकाशी के लिए रवाना होंगे। इनके लिए वायु सेना के हेलीकाप्टर का इंतजाम किया गया है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित माउंट द्रौपदी का डांडा- द्वितीय शिखर पर मंगलवार को हिमस्खलन में अब तक 10 पर्वतारोहियों की मौत चुकी है. जबकी 22 अब भी लापता है .बचाव अभियान लगातार जारी है. अहम बात यह है कि इस हादसे में हिमाचल के 3 लोग अभी भी लापता है, जिनकी तलाश की जा रही है. इस पर्वतारोही दल में हिमाचल के कुल 5 लोग शामिस थे . फिलहाल, हिमाचल के कर्नल दीपक वशिष्ट कैंथला और अंशुल कैंथला लापता है. ये तीनों शिमला जिले के नारकंडा के रहने वाले है. इसके अलावा , कांगड़ा के राहुण राणा को लेस्क्यू किया गया। वहीं लेफ्टिनेट अनुराधा बेस कैंप में सुरक्षित है.
एवलांच में अब तक 10 लोगो की मौत हो चुकी है. चार शव निकाले जा चुके हैं. वहीं 22 पर्वतारोही अब भी लापता है. भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद से 8 घायलों को मातली पहुंचाया गया, इनमें दो महिलाओं का भी रेस्क्यू किया गया है, उत्तराखंड सरकार ने उत्तरकासी हिमस्खलन के मृतकों के परिवार को दो- दो लाख की मदद का ऐलान किया है. वहीं गंभीर रूप से घायलों को एक-एक लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे.