Ayodhya Deepotsav 2025: शहर को भव्य रोशनी और संगीत से सजाने की तैयारी जोरों पर,बच्चों की ‘वानर सेना’ बनेगी आकर्षण का केंद्र

अयोध्या दीपोत्सव 2025 में 100 बच्चों की वानर सेना मुख्य आकर्षण होगी। एआई कैमरों से निगरानी, लेजर व ड्रोन शो की तैयारी चल रही है। प्रधानमंत्री मोदी 25 नवंबर को राममंदिर ध्वजारोहण समारोह में शामिल होंगे।

Ayodhya Deepotsav Vanar Sena

Ayodhya Deepotsav 2025:अयोध्या में इस बार का दीपोत्सव बेहद खास होने जा रहा है। पूरे शहर को रोशनी, संगीत और उत्साह से सजाने की तैयारी जोरों पर है। पर्यटन मंत्री ने बताया कि इस बार आयोजन में लगभग 100 बच्चों की ‘वानर सेना’ विशेष आकर्षण होगी, जो भगवान श्रीराम की रथ यात्रा के साथ उपस्थित रहेगी।

भव्यता और सुरक्षा पर रहेगा पूरा ध्यान

पर्यटन मंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि दीपोत्सव न केवल भव्य और यादगार बने, बल्कि सुरक्षा, स्वच्छता और आगंतुकों की सुविधाओं के मामले में भी यह एक नई मिसाल पेश करे। उन्होंने कहा कि हर आगंतुक को बेहतर अनुभव देने के लिए हर स्तर पर सावधानी और तैयारी जरूरी है।

एआई कैमरों से निगरानी और शोभा यात्रा की तैयारी

मंत्री ने बताया कि इस बार दीपोत्सव में आगंतुकों की संख्या और सुरक्षा पर नजर रखने के लिए एआई आधारित कैमरों की व्यवस्था की जाएगी। इससे भीड़ का आंकलन और नियंत्रण आसान होगा। शोभा यात्रा के दौरान पर्यटकों को सड़क के दोनों ओर सुव्यवस्थित तरीके से दर्शन कराने की व्यवस्था की जा रही है। हेलीपोर्ट से राम रथ तक पूरे रास्ते को ढोल-नगाड़ों, पुष्प, अबीर-गुलाल और राम दरबार की झांकियों से सजाया जाएगा।

तकनीक से सजेगा दीपोत्सव

बैठक में तय हुआ कि पूरे आयोजन का सजीव प्रसारण किया जाएगा। इसके लिए 35 एलईडी स्क्रीनें लगाई जाएंगी, ताकि किसी को भी देखने में दिक्कत न हो। इसके अलावा, 3D होलोग्राफिक म्यूजिकल लेजर शो, म्यूजिकल ड्रोन शो, ग्रीन फायर क्रैकर्स शो और स्वदेशी 1100 ड्रोन के शानदार प्रदर्शन की तैयारी की जा रही है। सभी कार्यक्रमों में मौजूद लोगों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतज़ाम किए जाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी आएंगे ध्वजारोहण समारोह में

अयोध्या में होने वाले श्रीराम मंदिर ध्वजारोहण समारोह में 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने का कार्यक्रम तय हुआ है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की बैठक में राममंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि समारोह से पहले मॉक ड्रिल की गई और सभी तैयारियों की समीक्षा हुई। बैठक में ध्वजों के रंग और आकार पर भी चर्चा हुई और सदस्यों ने अपने सुझाव दिए।

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