Baba Chaitanyanand Case : दिल्ली पुलिस ने खुद को आध्यात्मिक गुरु बताने वाले फर्जी बाबा चैतन्यानंद के करीबी सर्कल में शामिल तीन महिलाओं के चौंकाने वाले नेटवर्क का खुलासा किया है। जांच में पता चला है कि बाबा की सबसे भरोसेमंद तीनों महिला सहयोगी – श्वेता, भावना और काजल – आपस में सगी बहनें हैं और ये तीनों दिल्ली के पश्चिमी बिहार इलाके की निवासी हैं। फिलहाल पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, सबसे पहले श्वेता वर्ष 2011 में बाबा से जुड़ी थी। समय के साथ उसने अपनी दोनों बहनों भावना और काजल को भी बाबा से मिलवाया और फिर तीनों बहनों को बाबा ने अपने संस्थान में नौकरी पर रख लिया। तीनों महिलाएं शिक्षित और विवाहित हैं।बाबा ने इनके शैक्षणिक योग्यता और भूमिका के आधार पर 60 से 80 हजार रुपये तक मासिक वेतन निर्धारित कर रखा था। धीरे-धीरे ये बहनें न सिर्फ बाबा की विश्वासपात्र बन गईं, बल्कि उसके तमाम गुप्त मामलों में भी शामिल हो गईं। पैसा, पावर और शोहरत के चलते उन्होंने बाबा के हर सही-गलत काम में उसका साथ देना शुरू कर दिया।
अश्लील चैटिंग और विदेश यात्राओं का खुलासा
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि बाबा इन तीनों महिलाओं के साथ अश्लील बातचीत करता था। इसके अलावा, वे कई बार बाबा के साथ विदेश यात्राओं पर भी गईं। हाल ही में जब बाबा यूएई गया था, तो इनमें से एक बहन भी उसके साथ मौजूद थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, बाबा अब तक करीब 100 देशों की यात्रा कर चुका है।
इन तीनों का काम केवल योग सिखाना या संस्था चलाना नहीं था। जांच में पता चला है कि ये महिलाएं छात्राओं को धमकाने, उनकी निजी चैट मिटाने, सबूत नष्ट करने और बाबा की बातें मानने के लिए मजबूर करने जैसे कार्यों में भी शामिल थीं। इनके व्हाट्सऐप ग्रुप्स में योग क्लास की तस्वीरें साझा की जाती थीं, जिन पर बाबा खुद अश्लील टिप्पणियां करता था।
कोविड के बाद सिर्फ लड़कियों पर किया फोकस
कोविड-19 के पहले बाबा के योग संस्थान में लड़के और लड़कियां दोनों शामिल होते थे। लेकिन महामारी के बाद बाबा ने सिर्फ महिला छात्रों को ही एडमिशन देना शुरू किया। इसी दौरान इन तीनों बहनों की भूमिका और प्रभाव दोनों बढ़ गए। वे बाबा की सबसे करीबी और ताकतवर टीम का हिस्सा बन गईं।
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तलाशी के दौरान पुलिस को बाबा के कमरे से इनमें से एक बहन का आपत्तिजनक फोटो भी बरामद हुआ है। पूछताछ में तीनों बहनों ने यह कबूल किया है कि बाबा ने कई बार महिला छात्रों के साथ अनुचित व्यवहार किया है। जांच में ये भी सामने आया कि तीनों बहनें ना केवल बाबा की राजदार थीं, बल्कि उन्होंने उसके गैरकानूनी और अनैतिक कामों को छुपाने में भी सक्रिय भूमिका निभाई। दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई ने फर्जी बाबा और उसकी महिला टीम के गुप्त कारनामों पर से पर्दा हटा दिया है। अधिकारियों का कहना है कि जांच अभी जारी है, और आने वाले दिनों में इस मामले में और भी सनसनीखेज खुलासे हो सकते हैं।